- February 18, 2019
बेणेश्वर मेला 2019—–‘वागड़ श्री’ और ‘वागड़ नी रूपारी’ का ताज
डूंगरपुर —–कलक्टर की पहल पर पहली बार मेले में सजेगा ‘वागड़ श्री’ और ‘वागड़ नी रूपारी’ का ताज मुख्य मेला 19 फरवरी को होगी प्रतियोगिता, विजेता को मिलेगा पांच हजार का पुरूस्कार डूंगरपुर 17 फरवरी/वागड़ कुम्भ कहे जाने वाले बेणेश्वर मेला में जिला कलक्टर चेतन देवड़ा के द्वारा की गई पहल पर पहली बार बेणेश्वर मेला में ‘वागड़ श्री’ और ‘वागड़ नी रूपारी’ का ताज़ सजेगा।
बेणेश्वर मेला में मुख्य मेला 19 फरवरी के दिन ‘वागड़ श्री’ एवं ‘वागड़ नी रूपारी’ प्रतियोगिताओं के साथ ही साफा बांधों प्रतियोगिता का भी आयेाजन मेला स्थल पर स्थित रंगमंच पर किया जाएगा। इस हेतु प्रविष्ठियां भी प्रतियोगिता स्थल पर ही प्रातः 10 बजे तक ली जाएगी।
जिला खेल अधिकारी महेश गौतम ने बताया कि ‘वागड़ श्री’ और ‘वागड़ नी रूपारी’ दोनों प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का पहनावा, वेषभूषा, आभूषण, प्रस्तुति आदि वागड़ संस्कृति के अनुरूप से ओत-प्रोत होना आवश्यक है । प्रतिभागियों को वागड़ संस्कृति इतिहास, परम्पराओं आदि से संबंधित प्रश्नोत्तरी की परीक्षा से भी गुजरना होगा।
‘वागड़ श्री’ और ‘वागड़ नी रूपारी’ को आकर्षक ट्राफी प्रदान की जाएगी तथा पांच हजार राशि के पुरूस्कार से भी नवाज़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में ंफर्स्ट रनर एवं सेकेण्ड रनर अप को क्रमशः तीन व दो हजार पुरूस्कार राशि प्रदान की जाएगी। सभी पुरूस्कार विजेताओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किये जाएगें।
साफा बांधों प्रतियोगिता में मिलेगा तीन हजार का पुरूस्कार:
उन्होंने बताया कि मुख्य मेला दिवस 19 फरवरी को ही साफा बांधों प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साफा प्रतियोगिता में बंद फेस, कसावट व उठाव के आधार पर साफा बांधने वाले प्रतिभागियों को परखा जाएगा। उन्होंने बताया कि विजेताओं को तीन हजार, दो हजार व एक हजार राशि के पुरूस्कार दिये जाएगें। साफा बांधों प्रतियोगिता, रस्साकसीं व मटका दौड प्रतियोगिताओं का आयोजन विदेशी पर्यटकों के बीच भी किया जाएगा।