- September 14, 2016
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान व स्वच्छ भारत मिशन सरकार की प्राथमिकता: बिढ़ाण
-हमारा ग्राम -हमारी योजना कार्यशाला
झज्जर, 14 सिंतबर———उपायुक्त आर सी बिढ़ाण ने बुधवार को पंचायत भवन में आयोजित हमारा ग्राम -हमारी योजना कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ अभियान और स्वच्छ भारत मिशन सरकार के प्रमुख कार्यक्रम हैं।
लिंगानुपात के मामले में जिले ने पिछले कुछ समय से प्रगति की है ,लेकिन हजार लड़कों के पीछे हजार लड़कियों के पैदा होने तक हमें अपने प्रयास जारी रखने होंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले को 31 दिसंबर तक खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल तय किया है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी लोगों को खुले में शौच मुक्त अभियान में सक्रिय रूप से भागीदार बनाना होगा।
श्री बिढ़ाण ने कार्यशाला में मौजूद ग्राम सचिवों से कहा कि वे गांव के विकास की रूपरेखा निष्पक्षता से तैयार करें और सरकार की प्राथमिकताओं से लोगों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिव यह सुनिश्चित करें कि उनका गांव सबसे पहले खुले में शौच मुक्त गांव घोषित हो। खुले में घोषित होने वाले गांवों के ग्राम सचिवों को बेहतर कार्य के आधार पर प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को प्रभावी ढ़ंग से लागू करने व खुले में शौच मुक्त गांव बनाने के लिए ग्रामीण स्तर पर निगरानी समिति गठित करें। डीसी ने बीडीपीओज से कहा कि वे ग्राम सचिवों से साप्ताहाकि रिपोर्ट तलब करते हुए प्रगति की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि गांवों का सुव्यवस्थित ढंग से विकास करने के लिए स्वच्छ माहौल जरूरी है। बदलते सामाजिक परिवेश में लोगों की सोच को सकारात्मकता के साथ जोडऩा होगा।
श्री बिढ़ाण ने कहा कि सरकार का फोकस ग्रामीण क्षेत्र में शहरी तर्ज पर लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाना है। गांवों में गलियां पक्की हो गई हैं, ज्यादातर गांवों में पेयजल आपूर्ति के जलघर बन गए हैं लेकिन स्वच्छता ऐसा विषय है कि हमें इसके प्रति लोगों की सोच बदलनी होगी। खुले में शौच जाने वालों को इसके स्वास्थ पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों की ठीक से जानकारी देनी होगी।
कार्यशाला को संबोंधित करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त डॉ नरहरि बांगड़ ने कहा कि खुले में शौच मुक्त गांव का लक्ष्य हासिल करने की मुहिम शुरू की गई है। लोगों को कई स्तरों पर जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान की सफलता के लिए ग्राम सचिव वार्ड स्तर पर प्रेरक तैयार करें ताकि लोगों की सोच को बदलने में आसानी हो।