- August 8, 2015
बुनकरों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध : मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले
रायपुर – (छतीसगढ)- राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस के अवसर पर ग्रामोद्योग विभाग द्वारा आज यहां राजधानी रायपुर के जेल रोड स्थित एक निजी होटल के सभाकक्ष में कार्यशाला आयोजित की गई। यह आयोजन भारत सरकार के आयुक्त हाथ करघा और बुनकर सेवा समिति रायगढ़ के सहयोग से किया गया।
ग्रामोद्योग मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला शुरू होने के पहले प्रतिभागियों ने चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय हाथ करघा दिवस के मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के भाषण का सीधा प्रसारण भी देखा।
ग्रामोद्योग मंत्री श्री मोहले ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि देश के बुनकरों के आर्थिक और सामाजिक उत्थान तथा उनके सुनहरे भविष्य के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज के दिन को राष्ट्रीय हाथ करघा दिवस के रूप में मना रहे हैं। इसके लिए श्री मोहले ने श्री मोदी को बधाई और धन्यवाद दिया। श्री मोहले ने कहा कि राज्य सरकार बुनकरों के कल्याण के लिए हमेशा उनके साथ है।
उन्होंने कहा कि हाथ करघा कपड़ों को बढ़ावा देने के लिए हर साल एक हजार नये बुनकरों को प्रशिक्षण के बाद मुफ्त में करघा दिया जाएगा। श्री मोहले ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप अब हाथ करघा कपड़ों की खरीदी पर दी जाने वाली 20 प्रतिशत छूट की राशि सीधे बुनकरों के खाते में डाला जाएगा, इससे गड़बड़ी नहीं होगी। उन्होंने राज्य के बुनकरों के हित में चलाए जा रहे अनेक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बुनकरों के उत्थान के लिए हाथकरघा दिवस मनाने का निर्णय लिया है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य के बुनकरों की मजदूरी में इजाफा होने से उनकी स्थिति में पहले से काफी सुधार आया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के बुनकरों द्वारा निर्मित कपड़ों की देश-विदेश में बड़ी मांग है। इसके लिए मिल-जुलकर काम करने और प्रदेश के आर्थिक विकास में सहयोग करने के लिए बनुकरों से अपील की। हाथकरघा संघ के अध्यक्ष श्री संतोष देवांगन ने कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के बुनकरों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हाथ करघा दिवस को हम त्यौहार के रूप में मना रहे हैं।
श्री देवांगन ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां बुनकरों को सतत रूप से काम मिल रहा है। शासकीय वस्त्र आपूर्ति के लिए हाथकरघा बुनकर संघ को नोडल एजेंसी बनाया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी सहयोग से हाथ करघा क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में एक मॉडल बनाएंगे।
भारत सरकार कपड़ा मंत्रालय के उप निदेशक श्री चटर्जी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सात अगस्त 1905 को स्वदेशी आंदोलन का शुरूआत हुआ था। स्वदेशी माल को बढ़ावा देने के लिए इस दिन को राष्ट्रीय हाथ करघा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।
इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री लखनलाल देवांगन, छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री संतोष देवांगन और भारत सरकार पकड़ा मंत्रालय के उप निदेशक श्री राजेश चटर्जी सहित ग्रामोद्योग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, बुनकर सहकारी समितियों के पदाधिकारी और बुनकर उपस्थित थे।