- June 6, 2018
बिहार राज्य फसल सहायता योजना लागू करने का निर्णय लिया गया है – मुख्यमंत्री
पटना—-(बिहार)—–:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने जहानाबाद जिला स्थित सुगांव
में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री स्व0 सुखदेव प्रसाद वर्मा जी की प्रतिमा का अनावरण किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होकर बेहद खुशी हो रही है। आज प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री स्व0 सुखदेव प्रसाद वर्मा जी के मूर्ति के अनावरण का मुझे मौका मिला है। सुखदेव वर्मा जी को गया जिला सहित बिहार के सभी जगहों पर अपने समय में लोग उन्हें जानते थे, वे प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी भी थे। दो बार विधायक, सांसद और मंत्री भी रहे। उन्होंने बड़ी ही लगन से लोगों की सेवा की। उन्होंने राजनीति को सेवा का मार्ग समझा।
अभी जो पुस्तिका का विमोचन हुआ है, उसमें सुखदेव वर्मा जी के बारे में पढ़कर यह जानकारी मिली कि जब उनकी मृत्यु हुई थी तो उस वक्त उनके खाते में मात्र 700 रुपए था। उनका राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि किया गया था। वे ऐसे जनप्रतिनिधि थे जो अपने परिवार के लिए कोई संपत्ति नहीं छोड़ गए थे। वह आज के लिए एक आदर्श हैं। अगर पैसा नहीं रहे और आप जनता के बीच में लोकप्रिय हैं तो भविष्य के लिए कोई बेहतर रास्ता निकल ही जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग विकास के लिए हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। चाहे
स्वास्थ्य हो, समाज कल्याण का क्षेत्र हो, बुनियादी ढांचे का निर्माण हो, पुल-पुलिये का निर्माण हो, चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो।
बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए हमने सरकार में आते ही कई कदम उठाए। 27,000 स्कूल बनाए गए। बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की गई। अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए तालिमी मरकज और दलित बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए टोला सेवकों की बहाली की गई। अब 1 प्रतिशत सभी कम बच्चे स्कूल से बाहर हैं। मुझे लोगों की सेवा करने की जिम्मेवारी मिली है।
हमलोगों की बिजली की योजना की प्रशंसा केंद्र सरकार ने भी की है और उसे हर घर तक पहुंचाने के लक्ष्य को लागू किया है। कल ही कैबिनेट की बैठक में हमलोगों ने बिहार राज्य फसल सहायता योजना लागू करने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय योजना के तहत फसल बीमा योजना लागू थी, जिसके अंतर्गत बीमा कंपनियों को बराबर राशि केंद्र और राज्य सरकार प्रीमियम के रुप में देती थी और 02 प्रतिशत प्रीमियम किसानों को भी देना पड़ता था। फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को उतना भी नहीं मिल पाता है, जितना बीमा कंपनियों को राज्य एवं केंद्र सरकार से प्रीमियम के रुप में मिलता है।
खरीफ और रबी फसलों के लिए बीमा कंपनियों को 400-400 करोड़ रुपये प्रीमियम के रुप में केंद्र एवं राज्य सरकार देती है और किसानों को सिर्फ 150 करोड़ का ही लाभ मिल पाता है। अतः फसलों के नष्ट होने, कम ऊपज होने पर कृषकों की सहायता करने के लिए राज्य सरकार ने फसल बीमा योजना के समानांतर बिहार राज्य फसल सहायता योजना लागू करने का निर्णय किया है। इसके तहत किसानों को होने वाले नुकसान का आकलन कर उसके अनुसार सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहानाबाद जिला की 5-6 महिलाओं ने 09 जुलाई 2015 को
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शराबबंदी की मांग की थी।
आपलोगों की मांग पर हमने 05 अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू किया। राज्य में कुछ धंधेबाज गड़बड़ करनेवाले लोग हैं, उसके लिए आई0जी0 मद्य निषेध का गठन किया गया है। बिजली के खंभों पर अंकित एक फोन नंबर जिस पर आप तत्काल सूचना दीजिए, आपका नाम गुप्त रखा जाएगा और गड़बड़ी करने वालों पर उचित कार्रवाई होगी। शराबबंदी के बाद लोगों के परिवार की हालत बेहतर हुई है। गरीब गुरबों के कमाई का गाढ़ा हिस्सा शराब में खर्च हो जाता था। अब उस पैसे का सदुपयोग हो रहा है। सर्वेक्षण से पता चला है कि वे अपने बच्चों की शिक्षा, कपड़ा, फर्निचर, दूध, मिठाई आदि चीजों पर खर्च कर रहे हैं। आज कल कुछ लोग भ्रमित करने के लिए यह दुष्प्रचार कर रहे हैं कि शरबाबंदी कानून के तहत जेल जाने वाले ज्यादातर
उन्होंने कहा कि पूर्णिया जिले के एक गांव में शराब कार्य में जो अनुसूचित जनजाति के लोग लगे हुए थे, उनके लिए वैकल्पिक रोजगार के रुप में दुधारु पशु उपलब्ध कराया गया, जिससे वो दूध बेचने तथा पशु पालन का कार्य कर रहे हैं। हमलोग राज्य भर में ऐसे परिवारों का सर्वेक्षण करवा रहे हैं और उनके लिए 5-6 तरह के रोजगार की व्यवस्था कराएंगे। चाहे कोई पशुपालन करना चाहता हो, ई-रिक्शा चलाना चाहता हो, दुकान खोलना चाहता हो। इसके लिए हरेक 40 लोगों पर एक आदमी नियुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी उत्थान के लिए, नारी सशक्तिकरण के लिए सरकार काम
कर रही है। राज्य में शिशु मृत्यु दर में कमी आयी है लेकिन लड़कों की तुलना में लड़कियों का शिशु मृत्यु दर ज्यादा है। लड़के और लड़की दोनों पर बराबर ध्यान देने की जरुरत है।
राज्य सरकार लड़की के जन्म लेने पर तत्काल उसके माता-पिता को 2000 रुपये उपलब्ध करायेगी। एक साल के बाद आधार कार्ड से जोड़ने पर 1000 रुपये और अगले साल पूर्ण टीकाकरण कराने पर 2000 रुपये उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली एवं दूसरी क्लास में पढ़ने वाली लड़कियों की पोशाक राशि 400 रुपए से बढ़ाकर 600 रुपए कर दी गई है, तीसरी से पांचवी क्लास की लड़कियों की पोशाक राशि 500 रुपए से बढ़ाकर 700 रुपए कर दी गई है, छठी से आठवीं क्लास तक की लड़कियों के लिए पोशाक राशि 700 से 1000 रुपए कर दी गई है, नौवीं से लेकर बारहवीं क्लास तक की लड़कियों के लिए पोशाक राशि 1000 रूपये से बढ़ाकर 1500 रूपये कर दी गई है। बारहवीं पास करने वाली अविवाहित लड़कियों को 10,000 रुपये दिया जाएगा एवं विवाहित हो या अविवाहित बी0ए0 पास करने वाली लड़कियों को 25,000 रुपए दिया जाएगा। सातवीं से 12 वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों के सेनेटरी नैपकिन की राशि 150 से बढ़ाकर 300 रुपये कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लड़कियों के जन्म लेने से लेकर ग्रेजुएशन करने तक कन्या उत्थान योजना के तहत एक बेटी पर कुल 54,100 रुपये अनुदान दे रही है। इसके अलावा अन्य छात्रवृति योजना का लाभ भी दिया जा रहा है। महिलाओं के विकास के लिए अनेक काम किए जा रहे हैं, पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। जब तक आधी आबादी सशक्त नहीं होगी, तब तक समाज मजबूत नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग के जो छात्र,
छात्राएं बी0पी0एस0सी0 की प्रारंभिक परीक्षा पास करेंगे उन्हें 50,000 रुपए की राशि उपलब्ध करायी जाएगी ताकि सफलता के लिए वो आगे अच्छी तैयारी कर सकें। अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग के जो छात्र, छात्राएं यू0पी0एस0सी0 की प्रारंभिक परीक्षा पास करेंगे उन्हें 1,00000 रुपए की राशि उपलब्ध करायी जाएगी ताकि सफलता के लिए वे आगे अच्छी तैयारी कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग गांधी जी, लोहिया जी, जे0पी0 जी के अनुयायी हैं, हर
पल, हर क्षण राज्य के लोगों की चिंता करते हैं। उन्होंने कहा की उसका सर्वे कराकर जीविका समूह के माध्यम से मदद की जाएगी। हमलोग न्याय के साथ विकास करते रहेंगे। हर तबके का विकास, हर इलाके का
इस अवसर पर विधायक श्री विनोद प्रसाद यादव, विधायक श्री सत्यदेव सिंह कुशवाहा,
विधायक श्री अशोक कुमार सिंह, विधायक श्री निरंजन मेहता, विधान पार्षद श्रीमती रीना
यादव, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण, गांववासी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।