• December 29, 2020

बिहार पंचायत चुनाव, 2021 — वार्डवार मतदाता सूची 12 जनवरी तक : 10 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों की छुट्टी

बिहार पंचायत चुनाव, 2021 — वार्डवार मतदाता सूची 12 जनवरी तक : 10 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों की छुट्टी

पटना — बिहार में 2021 में पंचायत चुनाव प्रस्तावित है. मार्च से मई के बीच पंचायत चुनाव होने की संभावना है. चुनाव से पहले ही ये तय हो गया है कि 300 से अधिक मुखिया फिर से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे क्योंकि नये नगर पंचायत, नगर परिषद व नगर निगम के गठन की कवायद से पंचायत चुनाव का गणित प्रभावित हो गया है.

बिहार सरकार के फैसले से राज्य के कई पंचायतों का भूगोल बदल रहा है. इतना ही नहीं त्रिस्तरीय पंचायतों के 10 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों की छुट्टी तय हो गई है.

मुखिया , सरपंच , पंचायत समिति सदस्य , वार्ड सदस्य , वार्ड पंच का क्षेत्र नगर निकायों में समाहित हो जाएगी.

सरकार ने 103 नये नगर पंचायतों के गठन को मंजूरी दी है. इस कारण दो सौ से अधिक पंचायत नगर पंचायत क्षेत्र में बदल जाएंगे. इसी तरह आठ नए नगर परिषद के सृजन के साथ ही 32 नगर पंचायतों को अपग्रेड कर नगर परिषद बना दिया गया है.

60 पंचायत नये नगर परिषद क्षेत्र में चले जाएंगे.

32 नगर पंचायत को अपग्रेड नगर परिषद बनाने के कारण 40 से अधिक पंचायतें नहीं रहेंगी.

पांच नये नगर निगम बनने के कारण भी 20 से 50 पंचायतों का अस्तित्व नहीं रहेगा.

करीब 300 से अधिक मुखिया फिर से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

वार्डवार मतदाता सूची 12 जनवरी तक
बिहार पंचायत चुनाव, 2021 को लेकर वार्डवार मतदाता सूची 12 जनवरी तक तैयार हो जाएगी.

13 से 18 जनवरी के बीच प्रारूप मतदाता सूची की छपाई (मुद्रण) व 19 को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा. बता दें कि इस बार बिहार पंचायत चुनाव बैलेट पेपर की जगह ईवीएम से होगा.

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply