- August 11, 2016
बाल श्रम नियोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें -अध्यक्ष, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग
जयपुर, 11 अगस्त। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने कहा कि बाल श्रमिकों से कार्य कराने वाले नियोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाये। बाल श्रमिकों को मुत कराने के साथ ही उनसे काम कराने वाले नियोक्ताओं के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करायें।
श्रीमती चतुर्वेदी गुरुवार को टोंक जिले के कलक्टर सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ले रहीं थीं। उन्होंने बाल संरक्षण की दिशा में टोंक जिले में हुए कार्य की सराहना करते हुए कहा कि इच्छा शक्ति से सभी काम सम्पन्न हो सकते हैं।
बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए हम सबको मिल कर प्रयास करने होंगे। सरकारी विद्यालयों को हम इतना मजबूत बनायें कि बच्चे सरकारी विद्यालयों की ओर आकर्षित हों। ड्रॉपआउट बच्चों को अधिक से अधिक स्कूलों से जोडे। उन्होंने टोंक जिले को बाल संरक्षण में आदर्श जिला बनाने को कहा।
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि जो बच्चे विभिन्न प्रकरणों में निर्दोष साबित होते हैं, उनको बराबर फॉलोअप किया जाये। अनपढ़ पीड़ितों के प्रकरणों में विशेष सहानूभूति पूर्वक विचार कर शीघ्र निपटायें। बच्चियों के मुआवज़ा प्रकरणों को शीघ्र ही निपटाया जाये। टोंक जिले में बच्चों से संबंधी 238 में से 117 केसों का निपटारा किया गया।
श्रीमती चतुर्वेदी ने बैठक में पालनहार,जिले में टास्क फोर्स की कार्यशैली, विमंदित बाल ग्रह, ग्रह, गोद दिये जाने वाले बच्चों की प्रक्रिया व फॉलोअप, अपराधों में लिप्त बच्चों का फैमिली बैक ग्राउन्ड, भिक्षावृति तथा बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृति आदि बिन्दुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर अधिकारीयों से जानकारी ली ।
सी.डल्यू.सी. की जिलाध्यक्ष माया सुवालका ने बताया कि बाल श्रमिकों को मुक्त करवा के कमेटी अब तक नियोक्ताओं पर जुर्माना या समझाइश से काम चलाती थी। अब ऎसे प्रकरणों में मौके पर ही एफ.आई.आर. दर्ज करवाइ्र जाएगी।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रामदेव सिंह सहित अन्य सम्बन्धित विभागाें के अधिकारी उपस्थित थे।व