• August 4, 2017

बाल विवाह मुक्त साझा अभियान शुरू

बाल विवाह मुक्त  साझा अभियान शुरू

जयपुर—————राजसमन्द जिले में गुरुवार से ‘साझा अभियान – बाल विवाह मुक्त राजस्थान’ अभियान की समारोहपूर्वक शुरूआत हुई।

उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने हरी झण्डी दिखाकर बाल विवाह मुक्त राजस्थान के साझा अभियान की जनचेतना रथ यात्रा की शुरूआत की। यह रथ जिले में 30 दिनों में 74 ग्राम पंचायतों का दौरा करेगा और इस दिशा में जन जागरुकता तथा जन भागीदारी के लिए व्यापक प्रयास करेगा।

रथयात्रा के शुभारंभ अवसर पर जिलाप्रमुख श्री प्रवेश कुमार सालवी, नगर परिषद के सभापति श्री सुरेश पालीवाल, उप सभापति श्री अर्जुन मेवाड़ा, उप जिलाप्रमुख श्रीमती सफलता गुर्जर, जिला कलक्टर श्री पीसी बेरवाल, जिला पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बृजमोहन बैरवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हर्ष रतनू, उपखण्ड अधिकारी श्री राजेन्द्रप्रसाद अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हर्ष रतनू सहित जन प्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में महिलाएं व बालिकाएं उपस्थित थी।

बाल विवाह मुक्त राजस्थान का साझा अभियान राजसमन्द जिले में शुरू
बाल विवाह से राजसमन्द और राजसमन्द जिले को मुक्त कराने के लिए अणुविभा सभागार में आयोजित साझा अभियान के शुभारंभ समारोह में अतिथियों व बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओ ने संकल्प लिया कि बच्चियों को पढ़ाई की उमर में पढ़ाई कराएंगे और शादी की उमर मेंं शादी। अपने राजसमन्द जिले को अब बाल विवाह की कुप्रथा से मुक्त कराकर ही रहेंगे।

राजसमन्द के अणुविभा सभागार में गुरुवार को आयोजित ‘बाल विकास रोकथाम साझा अभियान’ के शुभारंभ समारोह में राजस्थान की उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी की मौजूदगी में महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अनिता भदेल ने बाल विवाह मुक्त राजस्थान बनाने के लिए समर्पित भागीदारी का संकल्प दिलाया। उच्च शिक्षामंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी एवं महिला व बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरूआत की और राजसमन्द जिले में साझा अभियान का आगाज किया।

समारोह में जिलाप्रमुख श्री प्रवेश कुमार सालवी, नगर परिषद के सभापति श्री सुरेश पालीवाल, उप सभापति श्री अर्जुन मेवाड़ा, उप जिलाप्रमुख श्रीमती सफलता गुर्जर, जिला कलक्टर श्री पीसी बेरवाल, जिला पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बृजमोहन बैरवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हर्ष रतनू, उपखण्ड अधिकारी श्री राजेन्द्रप्रसाद अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हर्ष रतनू सहित जन प्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में महिलाएं व बालिकाएं उपस्थित थी।

समारोह को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने राजसमन्द से बाल विवाह की कुरीति को समाप्त करने के लिए जिले भर के लोगों का आह्वान किया कि वे समर्पित भागीदारी से आगे आएं और हर व्यक्ति साझा अभियान से जुड़े ताकि राजसमन्द जिला इस अभिशाप से मुक्त हो जाए। श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि इसके लिए पहले समझाईश करें और उसके बाद भी कोई न मानें तो कानून का सहयोग लें।

उच्च शिक्षा मंत्री ने लोगों से कहा कि पढ़ाई की उमर में बच्चियों की शादी नहीं कराएं क्योंकि पढ़ाई की उमर में पढ़ाई हो और शादी की उमर में शादी। क्योंकि शादी कभी भी हो सकती है किन्तु पढ़ाई का अपना समय है, यह बाद में नहीं हो सकती। बेटियां राष्ट्र का गौरव बनें, इसके लिए हम सभी को मिलजुल कर प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल द्वारा प्रदेश में बाल एवं महिला विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

उच्च शिक्षा मंत्री ने बालिकाओं के विकास के लिए राजसमन्द जिले में संचालित नवाचारों की जानकारी दी और बताया कि राजसमन्द में आगामी 14 दिसम्बर को सामूहिक विवाह का आयोजन होगा। इसके लिए इच्छुकों से उन्होंने कहा कि वे महिला अधिकारिता विभाग में पंजीयन कराएं।

उच्च शिक्षा मंत्री ने बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए कन्या महाविद्यालय खोलने सहित अन्य प्रयासों का जिक्र किया और कहा कि वंचित रह गई बालिकाओं को भी दोनों कॉलेजों में प्रवेश दिया जाएगा और दो शिफ्ट चलाई जाएंगी।

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान तथा प्रदेश की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा लागू मुख्यमंत्री राजश्री योजना सहित बालिकाओं और महिलाओं के कल्याण की योजनाओं का जिक्र किया और इनका पूरा-पूरा लाभ उठाने का आह्वान किया।

उन्होंने शिशु एवं मातृ मृत्यु दर और कुपोषण का संबंध कम उम्र में बच्चियों के विवाह को बताया और कहा कि बेटियों को पढ़ने दें, सही उम्र में ही शादी के बारे में सोचें ताकि हमारी बेटियां सुरक्षित, सुकून भरा और आनंददायी जीवन जी सकें।

राजस्थान में बाल विवाह की कुरीति समाप्त करने के लिए चलाए जा रहे साझा अभियान की चर्चा करते हुए उन्होंने सभी संभागियों से कहा कि वे इसके लिए प्राण-प्रण से संकल्प लें और सामाजिक आदर्श स्थापित करें। बाल विवाह रोकने के लिए पहले समझाईश करें और उसके बाद कानून का सहारा लें। सरकार ने इसके लिए सख्त कानून बनाए हुए हैं जिनका उपयोग करें।

जिला प्रमुख श्री प्रवेश कुमार सालवी ने बाल विवाह उन्मूलन के अभियान में सभी से समर्पित भागीदारी की अपील की। जिला कलक्टर श्री पीसी बेरवाल ने कहा कि अब तक तो ऎसे अभियान की जरूरत ही नहीं पड़नी चाहिए थी।

उन्होंने बताया जिला प्रशासन इस अभियान को राजसमन्द जिले में आशातीत सफलता प्रदान करने के लिए भरसक प्रयासों में जुटा हुआ है। जतन संस्थान के पदाधिकारियों ने इस अभियान के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी और रूपरेखा प्रस्तुत की।

आभार प्रदर्शन महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक श्रीमती रश्मि कौशिश ने व्यक्त किया।

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