- April 29, 2017
बारां जिला– कार्याें की समीक्षा बैठक
जयपुर————– खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री एवं बारां जिले के प्रभारी श्री बाबूलाल वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जारी कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए, गुणवत्ता को सुनिश्चित करते हुए लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाना चाहिए।
श्री वर्मा शुक्रवार को बारां सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले में नोडल विभागों द्वारा करवाये जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश को जल स्वावलम्बी बनाने हेतु मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान चलाया गया है जिससे कई गांवों में भूजल के स्तर में वृद्धि होने के साथ पेयजल, सिंचाई व पशुओं के लिए भी जल उपलब्धता संभव हो पाई है।
इस अभियान के तहत बारां जिले में विभिन्न नोडल विभागों वाटरशेड, वन, पीएचईडी, कृषि, जल संसाधन आदि द्वारा जल संरक्षण व संग्रहण हेतु कई गांवों में कार्य करवाए जा रहे हैं, इन सभी कार्यों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करते हुए निश्चित समयावधि में पूर्ण किया जाना चाहिए जिससे आमजन को इनका समुचित लाभ मिल सके। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को 10 मई 2017 तक अभियान के तहत लंबित कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में विधायक श्री ललित मीणा, रामपाल मेघवाल, जिला प्रमुख नंदलाल सुमन ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जारी कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग व गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने की बात कही।
कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा कि अधिकारी अभियान के तहत जारी कार्यों को आपसी समन्वय व सजगता से पूर्ण कराये, कार्य की गुणवत्ता में कमी व लापरवाही होने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
प्रभारी मंत्री ने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जारी कार्याें की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश देते हुए उक्त कार्यों में जन सहभागिता हेतु श्रमदान करने की बात भी कही।
उन्होंने कहा कि विधायकगण, जिला स्तरीय अधिकारी अभियान के तहत जारी कार्यों का प्रत्येक सप्ताह अवलोकन कर गुणवत्ता को सुनिश्चित करें एवं श्रमदान कर स्थानीय नागरिकों को जल संरक्षण व संग्रहण के कार्यों में सहभागी बनाये।
प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले में चहेड़िया एनिकट व अमलसरा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य गांवों में भी इसी तर्ज पर जल संरक्षण का कार्य होना चाहिए।
उन्होंने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि उन गांवों के भू-जल स्तर व ग्रामवासियों के फीडबेक की रिपोर्ट प्रस्तुत करें जहां मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत सामाजिक सहभागिता के तहत जारी कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित करने संबंधी निर्देश भी दिए गए।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा ने सर्किट हाउस मे बैठक के बाद उपखंड बारां की ग्राम पंचायत तुलसां व उपखंड किशनगंज की ग्राम पंचायत सुवांस में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत हुए कार्यों का सघन निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं निर्धारित मानक के अनुरूप कार्यों को पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
श्री वर्मा ने ग्राम पंचायत तुलसां में मिनी परकोलेशन टेंक, एनिकट के कार्यों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को मिनी परकोलेशन टेंक के कार्य में पिचिंग वर्क को सही करने, लेयर, रोलर के कार्य की जानकारी लेते हुए संबंधित ठेकेदार से पिचिंग का कार्य ठीक तरह से करवाने के निर्देश दिए।
कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा कि यदि ठेकेदार द्वारा पिचिंग कार्य आदि 7 दिवस में ठीक नहीं किया जाता है तो उसे नोटिस देकर ब्लेक लिस्टेड किया जाए। जिस पर अधिकारियों ने सहमति दी।
प्रभारी मंत्री श्री वर्मा ने तुलसां में एक अन्य एमपीटी व एनिकट का भी अवलोकन किया और अधिकारियों से भू-जल स्तर आदि के बारे में जानकारी ली।
प्रभारी मंत्री श्री वर्मा ने किशनगंज की ग्राम पंचायत सुवांस में भू-जल विभाग, जल संसाधन विभाग द्वारा करवाए जा रहे एनिकट, मिनी एनिकट, एमपीटी व एसजीपीटी के कार्यों का निरीक्षण कर अधिकारियों से इन कार्यों के पूर्ण होने पर क्षेत्र को होने वाले लाभ की जानकारी ली।
अधिकारियों ने बताया कि इससे भू-जल स्तर बढेगा, क्षेत्र हरा भरा होगा एवं पेयजल की उपलब्धता भी बनी रहेगी।
इस अवसर पर विधायक श्री रामपाल मेघवाल, जिला प्रमुख श्री नंदलाल सुमन, श्री राजेन्द्र नागर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री रामजीवन मीणा विभाग समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
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