- February 26, 2016
बारह सौ से अधिक महिलाओं को स्व-रोजगार
सुनीता ——————राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ महिला कोष के अंतर्गत संचालित सक्षम योजना के तहत पिछले करीब पौने सात वर्ष में बारह सौ से अधिक महिलाओं को स्व-रोजगार के लिए सात करोड़ 13 लाख 50 हजार रूपए का ऋण दिया गया।
प्रदेश में वर्ष 2009-10 से शुरू की गई इस योजना में ऐसी महिलाएं जिनके पति की मृत्यु हो चुकी है या 35 से 45 आयु वर्ग की अविवाहित महिलाएं अथवा कानूनी तौर पर तलाकशुदा महिलाओं को शामिल किया गया है। योजना में स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए हितग्राही महिलाओं को आसान शर्तों पर एक लाख रूपए तक का ऋण प्रदान किया जाता है। ऋण की वापसी पांच वर्षों में साढ़े छह प्रतिशत साधारण वार्षिक ब्याज दर पर आसान किश्तों में करने का प्रावधान किया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सक्षम योजना के तहत वर्ष 2009-10 में 67 महिलाओं को रोजगार के लिए 45 लाख 30 हजार रूपए का ऋण दिया गया। इसी प्रकार वर्ष 2010-11 में 162 महिलाओं को 90 लाख रूपए, वर्ष 2011-12 में 190 महिलाओं को एक करोड़ नौ लाख 95 हजार रूपए, वर्ष 2012-13 में 230 महिलाओं को एक करोड़ 31 लाख 45 हजार रूपए, वर्ष 2013-14 में 168 महिलाओं को 90 लाख 15 हजार रूपए, वर्ष 2014-15 में 191 महिलाओं को एक करोड़ 20 लाख 70 हजार रूपए और वर्ष 2015-16 में जनवरी तक की स्थिति में 196 महिलाओं को एक करोड़ 25 लाख 95 हजार रूपए का ऋण स्व-रोजगार के लिए दिया गया।