• May 3, 2018

बधाई- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ –लिंगानुपात की दर 982— डीसी सोनल गोयल

बधाई- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ –लिंगानुपात की दर 982— डीसी सोनल गोयल

झज्जर———– झज्जर जिला के लिए साल 2018 की सबसे बड़ी खबर अप्रैल माह में लिंगानुपात की दर 982 पर पहुंच गई।

डीसी सोनल गोयल ,एसडीएम बादली त्रिलोक चंद, एसडीएम बहादुरगढ़ जगनिवास, एसडीएम झज्जर रोहित यादव, डीएसपी भारती डबास, डीडीपीओ विशाल कुमार, डिप्टी सिविल सर्जन डा. राकेश, डीईओ सतबीर सिवाच, सीडीपीओ बबीता, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा,जिला बाल कल्याण परिषद के सदस्य सतबीर सिंह चौहान एडवोकेट व लीला शर्मा
डीसी सोनल गोयल ,एसडीएम बादली त्रिलोक चंद, एसडीएम बहादुरगढ़ जगनिवास, एसडीएम झज्जर रोहित यादव, डीएसपी भारती डबास, डीडीपीओ विशाल कुमार, डिप्टी सिविल सर्जन डा. राकेश, डीईओ सतबीर सिवाच, सीडीपीओ बबीता, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा,जिला बाल कल्याण परिषद के सदस्य सतबीर सिंह चौहान एडवोकेट व लीला शर्मा

लिंगानुपात का यह आंकड़ा वर्ष 2018 के लक्ष्य 950 से भी अधिक है। इतना ही नहीं अप्रैल 2017 में यह दर महज 882 थी जो कि एक वर्ष के उपरांत अप्रैल 2018 में 982 पर पहुंच गई, लिंगानुपात में बेटियों की संख्या में आए एक शतक का उछाल बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की सफलता को ब्यान कर रहा है।

उपायुक्त सोनल गोयल ने इस बड़ी उपलब्धि को गुरूवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टास्क फोर्स की बैठक में अधिकारियों के साथ सांझा किया।

उपायुक्त ने बताया कि बीते वर्षों के अनुभव को देखते हुए वर्ष 2018 के वार्षिक लिंगानुपात 950 तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़े थे। अप्रैल माह में जन्म लेने वाले बच्चों में लिंगानुपात की औसत दर 982 रहना झज्जर जिला में सकारात्मक बदलाव का संकेत है।

उपायुक्त ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर तथा वर्कर ग्राउंड लेवल पर बेटियों को बचाने के लिए जमकर काम करें। सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में इस कार्य को अच्छी तरह मॉनीटर करें।

पीएनडीटी एक्ट को प्रभावी करने के लिए जनजागरण अभियान चलाया जाए। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लाभार्थियों के लिए आंगनवाडी केंद्रों पर एएनएम के माध्यम से एमसीपी कार्ड का वितरण कराया जाए।

खण्ड स्तर पर टास्क फोर्स की बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। उन्होंने बैठक के दौरान पोक्सो एक्ट से संबंधित मामलों की प्रगति की समीक्षा भी की।

उमंग बाल गृह—— जिला बाल कल्याण परिषद की अध्यक्ष एवं उपायुक्त सोनल गोयल ने स्पेशल एडोप्शन एजेंसी में रह रही नवजात बालिका को नाम उमंग दिया है साथ ही इसी बालिका के नाम पर बाल गृह का नाम भी उमंग बाल गृह कर दिया।

उपायुक्त ने परिषद की बैठक के एजेंडे में रखे विषयों पर बिंदुवार चर्चा की। जिला बाल कल्याण परिषद के सदस्यों के साथ आपसी सहमति के साथ विभिन्न विषयों का समाधान किया। उन्होंने डेढ़ माह आयु की नवजात बालिका के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही उसे उमंग नाम भी प्रदान किया।

उन्होंने जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से बहादुरगढ़ में संचालित किए जा रहे बाल गृह का नामकरण भी उमंग के नाम पर कर दिया।

Related post

परमाणु पदार्थों के स्थायी जोखिमों और नई चुनौतियों पर एक विशेष  अंक

परमाणु पदार्थों के स्थायी जोखिमों और नई चुनौतियों पर एक विशेष अंक

Bulletin of the Atomic Scientists: फुकुशिमा (जापान) जनवरी 2025—-(फुकुशिमा (जापान))——संस्थान के शोधकर्ताओं ने जून 2011 में…
प्रयागराज: लगभग 15 मिलियन हिंदुओं ने अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए 13 जनवरी  को बर्फीले पानी में डुबकी लगाई

प्रयागराज: लगभग 15 मिलियन हिंदुओं ने अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए 13 जनवरी को…

प्रयागराज (रायटर) – लगभग 15 मिलियन हिंदुओं ने, जो कि अपेक्षित संख्या से छह गुना अधिक…
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिप चीन, रूस, ईरान और उत्तर कोरिया निर्यात पर रोक

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिप चीन, रूस, ईरान और उत्तर कोरिया निर्यात पर रोक

न्यूयॉर्क  (रायटर) – अमेरिकी सरकार ने  कहा कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिप और प्रौद्योगिकी निर्यात को…

Leave a Reply