बद्दी में नाईपर प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित

बद्दी में नाईपर प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित

हिमाचल प्रदेश ————— दवा उद्योग को उत्पादों की जांच की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए आज राष्ट्रीय फार्मासूटीकल शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाईपर) के मोहाली स्थित कार्यालय में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

इस समझौते के तहत सोलन जिले के नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी में फार्मा जांच के लिए नाईपर की अत्याधुनिक प्रयोगशाला कम्पोजिट फार्मा टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएगी। इस परियोजना की कुल लागत 12 करोड़ रुपये है।

हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से समझौता ज्ञापन पर निदेशक, उद्योग राजेश शर्मा तथा नाईपर की ओर से निदेशक डॉ. यू.एस.एन. मूर्ति ने हस्ताक्षर किए। इस प्रयोगशाला का संचालन प्रदेश सरकार, नाईपर एवं एचडीएमए द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।

प्रयोगशाला के लिए तकनीकी जानकारी नाईपर द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। इस प्रयोगशाला में दवा उत्पादों के परीक्षण के लिए सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। परियोजना का खर्च प्रदेश सरकार उठाएगी।

बद्दी में इस प्रयोगशाला के स्थापित होने से विशेषकर हिमाचल प्रदेश में कार्यरत दवा उद्योग को लाभ होगा। वर्तमान में दवाओं के विभिन्न उत्पादों के परीक्षण के लिए उद्योगपतियों को अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। उच्च गुणवत्तायुक्त प्रयोगशाला के बद्दी में स्थापित होने से फार्मा उद्योग की एक बड़ी मांग पूरी होगी।

हिमाचल प्रदेश के उद्योग, श्रम एवं रोजगार तथा सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गत वर्ष केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार से बद्दी में इस प्रयोगशाला को स्थापित करने का आग्रह किया था।

इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए संयुक्त निदेशक उद्योग तिलकराज शर्मा ने बताया कि गत वर्ष केन्द्रीय रसायन मंत्री अनंत कुमार बद्दी में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तथा उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ जब केन्द्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीईटी) की आधारशिला रखने आए थे तो प्रदेश सरकार की ओर बद्दी में राष्ट्रीय फार्मासूटीकल शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान का सेटेलाईट कार्यालय स्थापित करने का आग्रह किया गया था।

उन्होंने कहा कि एशिया की 70 प्रतिशत से अधिक दवाओं का उत्पादन बद्दी में होता है। इस प्रयोगशाला के स्थापित होने से सम्पूर्ण फार्मा उद्योग लाभान्वित होगा। शीघ्र ही प्रदेश सरकार द्वारा यहां बल्क ड्रग पार्क भी स्थापित किया जाएगा।

इस अवसर पर एचडीएमए के अध्यक्ष एमबी गोयल, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश गुप्ता, एचडीएमए परियोजना अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष सतीश सिंघल, एचडीएमए के कोषाध्यक्ष संजय शर्मा, सलाहकार एसएल सिंघला, उपाध्यक्ष मुनीष ठाकुर, संयुक्त सचिव विवेक सिंह तथा फार्मा टेस्टिंग लैब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश श्रीवास्तव एवं नाईपर के प्रो. अनिल अंगीरस उपस्थित थे।

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