- August 27, 2017
बच्चों का आचरण और व्यवहार समान होना चाहिए – मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल :(रवि शर्मा, आशीष शर्मा)—–मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘मिल बाँचें मध्यप्रदेश’’ कार्यक्रम के तहत सीहोर जिले के दूरस्थ अंचल में बसे गांव नयापुरा में स्कूली बच्चों की बालसभा में भाग लिया। नयापुरा गांव तथा आसपास के गांवों के स्कूलों से आये बच्चों के बीच मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक घंटे से अधिक समय बिताया। इस सभा में करीब सवा तीन सौ बालक – बालिकाएं शामिल हुए।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री को बच्चों ने तुलसी का पौधा भेंट किया। तुलसी के पौधे को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री आवास परिसर में लगाने के लिए साथ आये अधिकारियों से कहा। बच्चों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में पर्यावरण को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। प्रत्येक बच्चा हर वर्ष अपने घर में और आसपास एक पौधा जरूर लगाये और उसकी सुरक्षा भी करें।
बाल सभा में बच्चों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल रटने मात्र से शिक्षा प्राप्त नहीं की जा सकती, बल्कि पढाई के साथ-साथ शिक्षा को अपने जीवन में भी उतारना चाहिए। एक बहेलिये और पक्षियों की कहानी और महाभारत की एक कहानी सुनाकर बच्चों से कहा कि अच्छी बातें, अच्छे विचार केवल सुनें ही नहीं बल्कि उसे आचरण में भी उतारें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कक्षा सात की पुस्तक भाषा – भारती का पाठ बच्चों से सुना। अंक गणित के सवाल बच्चों से हल करवाये। बच्चों से कहा कि पढाई-लिखाई के साथ खेलकूद भी बहुत जरूरी है। जब शरीर स्वस्थ रहेगा तो मन भी स्वस्थ रहेगा। बच्चे अपने माता-पिता तथा गुरूओं का सम्मान करें।
श्री चौहान ने बच्चों की मांग पर आगामी शिक्षण सत्र से नयापुरा हाईस्कूल को हायर सेकेण्डरी तक करने और बच्चों को क्रिकेट किट, बैडमिन्टन तथा वॉलीबाल दिलाने के निर्देश दिये।
श्री चौहान ने कहा कि मिल बाँचें मध्यप्रदेश के माध्यम से स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है। बच्चों के लिये औपचारिक शिक्षा के साथ कौशल संवर्धन के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। सरकार का संकल्प है कि प्रतिभाशाली बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा के अवसर मिले।
कार्यक्रम में वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरूप्रसाद शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला मरेठा एवं श्री रघुनाथ भाटी सहित जन-प्रतिनिधि तथा बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।