बचाव के उपाय से एक भी व्यक्ति न चूके मास्क उतरा, सुरक्षा का घेरा टूटा —- कोविड-19 वैक्सीनेशन— 21 जून महाअभियान

बचाव के उपाय से एक भी व्यक्ति न चूके मास्क उतरा, सुरक्षा का घेरा टूटा —- कोविड-19 वैक्सीनेशन— 21 जून  महाअभियान

भोपाल : ——- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में 21 जून को कोविड-19 वैक्सीनेशन महाअभियान आयोजित किया जा रहा है। अभियान के अतर्गत प्रदेश में 7 हजार वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जायेगी। हमारा प्रयास है कि वैक्सीनेशन महाअभियान में एक दिन में 10 लाख से अधिक व्यक्ति वैक्सीनेशन करायें।

यह अभियान धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनैतिक दलों, सांसदों, मंत्रियों, विधायकों, जन-प्रतिनिधियों के सहयोग से ही संभव होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए वातावरण निर्माण में सभी से सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास से प्रदेश के सभी जिलों के गणमान्य नागरिकों को वर्चुअली संबोधित किया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

कोरोना की दूसरी लहर में बहुत नुकसान उठाया है

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहली से बहुत अधिक घातक थी, वायरस ज्यादा संक्रामक था। परिणाम स्वरूप हमने बहुत नुकसान उठाया। संक्रमण की तीव्रता के सात दिनों की भयावहता आज भी मन-मस्तिष्क पर बनी रहती है। हमने दिन रात कोशिश कर जनता के इलाज की व्यवस्था के लिए ऑक्सीजन, दवाइयों, इंजेक्शन्स आदि की उपलब्धता एवं व्यवस्था की। आपके आशीर्वाद और सहयोग तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्नेह पूर्ण मार्गदर्शन और सहयोग से हम स्थिति का सामना करने में सक्षम हुए।

प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयासों से प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए एयर फोर्स के विमान और रेलों का उपयोग किया गया। रेमडेसिविर इंजेक्शन, दवाइयाँ और अन्य व्यवस्थाएँ बनाने में दिन-रात एक किया। परिणामस्वरूप अब प्रदेश में संक्रमण नियंत्रण में है। कल पूरे प्रदेश में मात्र 110 केस आए। इंदौर और भोपाल में भी संक्रमण नियंत्रण में है। कई जगह प्रकरण शून्य हैं। कुछ जिलों में प्रकरणों की संख्या एक-दो है।

वायरस अभी गया नहीं है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वायरस अभी गया नहीं है। इंग्लैंड में 90 दिन के लॉकडाउन के बाद पुन: कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई। परिणामस्वरूप वहाँ अब लॉकडाउन पूरी तरह से नहीं खोल रहे हैं अर्थात वायरस अभी मौजूद है। मैं यह तथ्य आप की जानकारी में लाना चाहता हूँ, जैसे ही अनलॉक होता है, मिलना-जुलना शुरू होता है वैसे ही वायरस फिर से फैलना शुरू कर देता है।

बार-बार लॉकडाउन संभव नहीं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है, फिर पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या बढ़ सकती है, पर हम बार-बार लॉकडाउन नहीं कर सकते। व्यापार और रोजगार को कब तक बंद करेंगे। गरीब चौपट हो जाता है, व्यापार नष्ट हो जाता है, उद्योगों को नुकसान होता है।

अत: ऐसा तरीका ढूंढ़ना होगा जिससे दुनिया भी चलती रहे और कोविड के संक्रमण को नियंत्रित भी किया जा सके। उद्योग, दुकान, व्यापार, आर्थिक गतिविधियाँ और सामाजिक काम-काज चलाते हुए हम कोविड के संक्रमण पर नियंत्रण करेंगे। यह काम सरकार अकेले नहीं कर सकती। इसमें समाज की प्रमुख हस्तियों, धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग चाहिए। आपका समाज में प्रभाव है, लोग आपकी बात मानते हैं, इसलिए यदि आप जुटेंगे तो हम संक्रमण को पूरी तरह थाम कर प्रदेश को चलाते रहेंगे।

टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और माइक्रो कन्टेनमेंट से रखेंगे संक्रमण पर नियंत्रण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो रणनीति बनाई है उसमें हम आपको भागीदार बनाना चाहते हैं और आपका सहयोग चाहते हैं। रणनीति के अंतर्गत हम टेस्ट बड़ी संख्या में करेंगे। प्रतिदिन 75 से 80 हजार टेस्ट होंगे। समस्या यह है कि लोगों को लगता है कि जब बीमार नहीं हैं तो टेस्ट किस बात का, टेस्ट हम क्यों करवाएँ। टेस्ट में समस्या आ रही है। मैं अपील करता हूँ कि आप भी लोगों से कहें कि टेस्ट कराने में क्या परेशानी है।

लोग सेम्पल दें यदि कुछ नहीं होगा तो निगेटिव आ जायेंगे। इससे फायदा यह होगा कि यदि कोई पॉजिटिव निकला तो तुरंत पता चल जाएगा। ऐसे व्यक्ति को घर में आइसोलेट किया जा सकेगा और वह जिन जिन के संपर्क में आया है उन सब की भी कांटेक्ट ट्रेसिंग करेंगे। सभी के सेम्पल लेकर टेस्ट किये जायेंगे। इसका फायदा यह होगा कि वह स्प्रेडर बन कर नहीं घूमेगा और संक्रमण नहीं फैला पायेगा।

यदि हम यह टेस्ट नहीं करेंगे तो एक से दस, दस से सौ में संक्रमण फैलने की संभावना रहेगी। अत: टेस्ट, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, आइसोलेशन किया जाएगा। जहाँ दो-तीन घरों में संक्रमण है वहाँ माइक्रो कंटेन्मेंट एरिया बनाया जायेगा। इसके साथ ही किल कोरोना अभियान भी जारी रहेगा। घर-घर जाकर सर्वे किया जायेगा, इससे संक्रमितों का पता चलेगा। बीमारी को प्रारंभ में ही नियंत्रित कर पायेंगे। इन सभी गतिविधियों में आपका सहयोग चाहिए, आप लोगों को टेस्ट कराने के लिए प्रेरित करें और बताये कि टेस्ट कराने में कोई बुराई नहीं है। जिला कलेक्टरों को भी निर्देश दिये गये हैं कि अधिक से अधिक टेस्ट किये जाएँ।

सावधानी से ही रूकेगा कोविड संक्रमण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड के संक्रमण को रोकने के अनुकूल व्यवहार का लोगों से पालन कराने में भी आप का सहयोग चाहिए। मास्क लगाने, दूरी बनाए रखने और इसके साथ हाथ साफ करते रहने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। संक्रमण रोकने के अनुकूल व्यवहार के लिए कुछ नियम बनाना होंगे। जैसे दुकानदार अपनी दुकान के आगे गोले बनाएँ, यह सुनिश्चित करना होगा कि जब ग्राहक ज्यादा आयें तो वे गोलों में खड़े हों, ग्राहक भी मास्क लगायें, सेनेटाइजर की व्यवस्था हो।

वाहनों के संबंध में यह तय करना होगा कि टू-व्हीलर पर कितने लोग बैठें, वे मास्क लगाकर बैठें, सड़क पर चलने वालों, वाहन की सवारियों के संबंध में कोविड से बचाव के व्यवहार के अनुसार व्यवस्था बनानी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने के संबंध में समाज के गणमान्य नागरिकों की ओर से अपील किया जाना आवश्यक है। समाज को सचेत रखने में आप सबका सहयोग आवश्यक है। यदि हम सावधान नहीं रहे तो पुन: तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है।

अस्पतालों की क्षमता बढ़ाई जा रही है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन अस्पतालों की व्यवस्थाएँ बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। अस्पतालों में बेड, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, बच्चों के वार्ड, दवाई की व्यवस्था और ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं ताकि यदि और कोई संकट आए तो हम उसका मुकाबला कर सकें। हम हर शहर और हर जिलें में पर्याप्त व्यवस्थाएँ स्थापित कर रहे हैं।

वैक्सीनेशन ही हमें बचाएगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीनेशन ही है जो संक्रमण की स्थिति में भी हमें बचाएगा। वैक्सीनेशन का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। जितने वैज्ञानि‍क और विशेषज्ञ हैं वे यह कहते हैं कि वैक्सीन सुरक्षा चक्र प्रदान करता है। यदि हमें दोनों डोज लग गए तो कोरोना संक्रमण फैलने पर भी या तो कोरोना होगा ही नहीं और यदि हुआ तो वह घातक नहीं होगा। हो सकता है कि अस्पताल जाने की नौबत ही न आए। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ जाती है कि वह वायरस का मुकाबला कर सकता है।

भारत ही नहीं पूरी दुनिया के वैज्ञानिक यही कह रहे हैं। दुनिया भर के देश अपने नागरिकों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन का सुरक्षा चक्र दे रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार है कि उन्होंने यह तय किया कि सभी के लिए वैक्सीन भारत सरकार नि:शुल्क प्रदान करेगी। वैक्सीन 21 जून से मिलना आरंभ होगी। अत: यह निर्णय लिया गया है कि 21 जून से वैक्सीनेशन का महाअभियान शुरू किया जायेगा।

जल्द से जल्द प्रदेश के अधिकांश लोगों का वैक्सीनेशन करना है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह महाअभियान साधारण नहीं होगा। यह लोगों की जिंदगी बचाने का अभियान है। यह लोगों को कोरोना से सुरक्षा प्रदान करने का अभियान है। मुख्यमंत्री होने के नाते मैं यह महसूस करता हूँ कि इस समय इससे पवित्र कोई और कार्य नहीं हो सकता है। मेरी अंतरात्मा की आवाज है कि अभियान में जी-जान से जुट जाया जाए, ताकि सितम्बर-अक्टूबर तक जब तीसरी लहर आये, तब तक हम प्रदेश के अधिकांश लोगों को वैक्सीन लगा चुके हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस अभियान में मैं अकेला नहीं जुटूंगा। पूरी सरकार जुटेगी, मंत्री, विधायक और सांसद सबसे मैंने बात की है, वे सब अभियान में जुटेंगे साथ ही समाज को जुटना होगा।

वैक्सीनेशन से संबंधित भ्रमों को दूर करना जरूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर कई तरह के भ्रम फैल रहे हैं, इन भ्रमों को दूर करना होगा। इसके लिये हमें आगे आना होगा। धर्मगुरूओं को अपने अनुयायियों से कहना होगा कि वैक्सीन हमारी जिंदगी बचाएगी सुरक्षा प्रदान करेगी। धर्मगुरू, समाजसेवी, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रमुख, समाजों के प्रमुख, चिंतक, लेखक, पत्रकार, साहित्यकार,कलाकार जिनका अपना वजूद है वह समाज को पूरी ताकत के साथ कहें कि लगवाओ वैक्सीन। हमने वैक्सीन लगवाई है, आप भी लगवाएँ, वैक्सीन में ही सुरक्षा है। इससे लोगों के मन में यह भाव पैदा होगा कि सभी तो वैक्सीन के लिए कह रहे हैं, इससे लोगों में वैक्सीन के प्रति विश्वास बढ़ेगा।

बहुत कष्ट झेला है, अब तीसरी बार नहीं झेल सकते

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं आपके साथ मिलकर यह तय करना चाहता हूँ कि अक्टूबर तक हम अधिकतम लोगों को वैक्सीन लगा दें ताकि कोरोना की लहर आये भी तो हम उसका मुकाबला कर सकें। हम अपने लोगों को मरता हुआ नहीं देख सकते। दूसरी लहर में हमने बहुत कष्ट झेला है, अब तीसरी बार नहीं झेल सकते। इसके अनुकूल हमें व्यवस्थाएँ बनानी होगी और वैक्सीन भी लगानी होगी। इसमें आप सबका सहयोग चाहिए।

यह जिंदगी बचाने का अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 21 जून को प्रात: 10 बजे वैक्सीनेशन महाअभियान आरंभ होगा। लगभग 7 हजार वैक्सीनेशन सेंटर बनेंगे। एक दिन में 10 लाख से अधिक वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है। आप से अपील है कि वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए आप वैक्सीनेशन सेंटर पर जायें। यह जिंदगी बचाने का अभियान है। अभियान को उत्सव के रूप में और आनंद के वातावरण में आयोजित किया जाये। आपसे मेरी प्रार्थना है कि आप प्रेरक के रूप में अपने आपको प्रस्तुत करें। प्रत्येक जिले में इन गतिविधियों का समन्वय जिला कलेक्टरों द्वारा किया जायेगा।

वैक्सीन ही सुरक्षा है, मैंने लगवाई है आप भी लगवाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आप सभी ‘वैक्सीन ही सुरक्षा है’ के संदेश के साथ अपना वीडियो अपलोड करें। लोगों के छोटे-छोटे समूहों में बात करके, एसएमएस कर वैक्सीनेशन के लिए वातावरण बनाएँ। आप वैक्सीनेशन की प्रेरणा के स्रोत बनें। प्रदेश के 7 हजार वैक्सीनेशन केन्द्रों पर 7 हजार प्रेरक रहेंगे, जिनमें आप सम्मिलित हैं। आप सेंटर पर पहुँचकर दीप प्रज्जवलित कर वैक्सीनेशन कार्य का शुभारंभ करेंगे। आप वैक्सीनेशन केंद्र पर एक संकल्प दिलाएंगे, जिसमें यह संदेश होगा कि वैक्सीन ही सुरक्षा है, मैंने वैक्सीन लगवाई है आप भी वैक्सीन लगवाइए। संकल्प में दूसरों को वैक्सीन लगवाने का भाव भी होगा।

वैक्सीनेशन केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीनेशन केंद्रों पर भीड़ नहीं होगी। कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जायेगा। वर्षा ऋतु को देखते हुए आवश्यक व्यवस्था की जा रही है। वैक्सीन लगवाने के बाद आधा घंटा बैठने के लिए उचित व्यवस्था होगी। राजनैतिक और समाज सेवी कार्यकर्ताओं द्वारा चाय, पानी आदि की व्यवस्था की जायेगी। बुजुर्गों को लाने – ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जायेगी। ऐसे बुजुर्ग जो वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं आ सकते हैं उन्हें टीम घर जाकर टीका लगाएगी। यह सावधानी आवश्य रखी जाये कि वैक्सीन के डोज बेकार नहीं जाये। यह जिंदगी का डोज है, एक भी डोज बेकार नहीं जाना चाहिए।

कहीं पीले चावल और कहीं डोंडी से हो रहा वातावरण निर्माण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए वातावरण निर्मित करने के उद्देश्य से अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ, मैदानी अमला भी गाँव-गाँव में प्रचार करेगा। वातावरण निर्माण के लिए प्रदेश में अलग-अलग तरह की पहल हो रही है, कुछ गाँवों में वैक्सीनेशन के लिए पीले चावल दिये जा रहे हैं। कहीं चौकीदार डोंडी पीट रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं भी वैक्सीन के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे। हम सब यदि जुटेंगे तो समाज में वैक्सीनेशन के लिए वातावरण बनेगा।

स्वच्छता की रैंकिंग की तरह होगी वैक्सीनेशन की रैंकिंग

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो गाँव पूर्ण वैक्सीनेटेड होंगे उनकी रैंकिंग भी की जायेगी। जैसे स्वच्छता की रैंकिंग की है वैसे ही वैक्सीनेशन में भी गाँव, पंचायत सहित सभी स्तर पर रैंकिंग की जायेगी। इससे प्रतिस्पर्धा का भाव निर्मित होगा।

ऐसा वातावरण बने कि वैक्सीनेशन के लिए होड़ लगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें 21 जून को ही ऐसा वातावरण बनाना है कि वैक्सीन लगवाने की होड़ लग जाए। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि अक्टूबर-नवम्बर तक अधिकतम जनसंख्या को वैक्सीनेट करके सुरक्षित कर दिया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इसलिए मेरी विनम्र प्रार्थना है कि इस अभियान में आप पूरा सहयोग दें। वरिष्ठों का पूरा आशीर्वाद हमें चाहिए। आप अपने अपने ढंग से प्रचार-प्रसार का अभियान चलायें। सभी धर्मगुरूओं से प्रार्थना है कि सोशल मीडिया पर भी वे वैक्सीनेशन करवाने की अपील करें। इसका गहरा असर होगा।

सोशल मीडिया के लिए एम.पी. वैक्सीनेशन महाअभियान हैशटैग बनाया गया है। इस पर आपकी अपील आयेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धर्मगुरूओं से निवेदन किया कि पूरी क्षमता से पीड़ित मानवता की सेवा में जुट जाएँ। वैक्सीनेशन कार्यक्रम को अपना काम और जनता की जिंदगी बचाने का काम समझकर जी जान से पूरा करवायें। आज के इस दौर में इससे पवित्र और पुण्य का काम कोई और नहीं है। किसी भी धर्म में दूसरों का हित करने से बड़ा धर्म कोई नहीं है। दुनिया के उदाहरण हमारे सामने हैं, तीसरे संकट का सामना करने की तैयारी हमें करनी होगी।

मध्यप्रदेश प्रस्तुत करेगा वैक्सीनेशन का विशेष मॉडल

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी जिला कलेक्टरों को सम्पूर्ण अभियान का बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धर्मगुरूओं को पूरे सम्मान के साथ वैक्सीनेशन सेंटरों पर ले जाया जाए तथा उनकी बाइट तथा सोशल मीडिया पर अपील भी प्रभावी तरीके से जारी हो। हमारा प्रयास हो कि वातावरण निर्माण इस प्रकार का हो जिससे लोग स्वयं ही 21 जून को वैक्सीनेशन के लिए केंद्रों पर पहुँचे।

वैक्सीनेशन का यह अभियान 21 जून से लगातार जारी रहेगा। एक से तीन जुलाई को पुन: वैक्सीनेशन महाअभियान चलाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं भी इस महाअभियान में शामिल होंगे। मंत्री, राजनैतिक दल, सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मगुरू सभी इस महाअभियान में पुन: शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप सबके सहयोग से वैक्सीनेशन महाअभियान का एक अलग मॉडल मध्यप्रदेश में विकसित होगा, जो अन्य राज्यों को भी दिशा देगा।

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