- May 28, 2017
फर्जी फार्मेसी संस्थानों पर कार्रवाई
शिमला –(हिमाचल प्रदेश)——-स्वास्थ्य मंत्री श्री कौल सिंह ने हि.प्र. राज्य फार्मेसी परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य में फर्जी फार्मेसी कोर्स करवाने वाले निजी संस्थानों पर नकेल कसी जाएगी, जिससे इस क्षेत्र में गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट के पंजीकरण से पूर्व परीक्षा या साक्षात्कार का प्रावधान किया जाएगा, ताकि फर्जी फार्मासिस्टों पर रोक लगाई जा सके।
उन्होंने परिषद की फार्मेसी भवन के निर्माण की मांग पर कहा कि परिषद इसके लिए भूमि चिन्हित करे तथा सरकार उनका सहयोग करेगी। बैठक में परिषद के निमयों में संशोधन लाने बारे भी चर्चा की गई।
इसके अतिरिक्त बैठक में पंजीकृत फार्मासिस्टों को रिफ्रेशर कोर्स व बी.फार्मेसी के छात्रों को अस्पतालों में प्रशिक्षण करवाने पर भी चर्चा की गई। राज्य में जिला क्षेत्रीय अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों में रोगी सलाह केन्द्र खोलने की मांग पर मंत्री ने आवश्यक कदम उठाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 107 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले गए व इनके लिए चिकित्सकों, फार्मासिस्टों व चतुर्थ श्रेणी के पद भी भरे गए। परिषद द्वारा राज्य में लोगों के लिए दिन-रात फार्मेसी की सुविधा प्रदान करने के लिए फार्मासिस्टों की भर्ती की मांग भी की गई। इसके अतिरिक्त मुख्य फार्मासिस्टों ग्रेड-एक के पदों के सृजन या स्तरोन्नत करने की मांग भी रखी गई।
बैठक में स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक डॉ. बलदेव कुमार, चिकित्सा शिक्षा के निदेशक श्री अनिल चौहान, राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह, परिषद के रजिस्ट्रार कमलेश नायक के अतिरिक्त अन्य सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।