• March 20, 2015

प्राकृतिक आपदा : राहत पहुंचाने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं – मुख्यमंत्री

प्राकृतिक आपदा  : राहत पहुंचाने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं – मुख्यमंत्री

जयपुर – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्राकृतिक आपदा का जायजा लेने के लिए गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा किया। श्रीमती राजे कई गांवों में गई और खेतों में जाकर वास्तविक हालात देखे। उन्होंने कई इलाकों में हवाई दौरा भी किया। बेमौसम बारिश और भारी ओलावृष्टि से तहस-नहस हुई फसलें देखकर मुख्यमंत्री काफी व्यथित हुईं। उन्होंने उच्च अधिकारियों एवं जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि पीडि़तों को राहत पहुंचाने में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

श्रीमती राजे ने बूंदी जिले की इन्द्रगढ़ तहसील के ग्राम खेडली देवजी, पापडी, बड़ाखेडा एवं बसवाड़ा तथा झालावाड़ जिले के गडिया व सेमलीकलां गांव का दौरा कर जमीनी हालात को जाना और ग्रामवासियों को इस दु:ख की घड़ी में सांत्वना दी।

पीडि़तों से मिल मुख्यमंत्री हुईं भावुक

श्रीमती राजे गांव में किसानों और अन्य प्रभावित लोगों से बात कर उनकी पीड़ा सुनी। उन्होंने गली-गली और घर-घर जाकर क्षतिग्रस्त मकानों का जायजा लिया। आपदा के दौरान विभिन्न हादसों में घायल लोगों से कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान महिलाओं और किसानों से मिलकर मुख्यमंत्र्ी भावुक हो गईं।

उन्होंने पीडि़तों को ढांढस बंधाया और राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता शीघ्र पहुंचाने का आश्वासन दिया। उन्होंने फसल चौपट होने पर मायूस ग्रामीणजनों के कंधों पर भरोसा भरा हाथ रखकर विश्वास दिलाया कि विपदा की इस घडी में वे उनके साथ ही खडी है।

केन्द्र की टीम आयेगी जायजा लेने

श्रीमती राजे ने कहा कि भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्रियों एवं अधिकारियों की टीम भी प्रदेश मेंं फसल खराबे की स्थिति का जायजा लेगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि केन्द्र सरकार भी इस आपदा की घड़ी में राज्य के किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमें इस आपदा का मिलकर सामना करना है।

शीघ्र रिपोर्ट भिजवाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने ग्रामवासियों से कहा कि जिले के सांसद एवं विधायकों को अपने क्षेत्र की फसल खराबे की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है तथा जिला कलक्टर को रिपोर्ट देने के लिए अधिकृत कर दिया गया है।

श्रीमती राजे ने राज्य सरकार द्वारा फसल खराबे जनहानि, पशुधन हानि, क्षतिग्रस्त मकान पर दिये जा रहे राहत पैकज के बारे में किसानों को बताया। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे सर्वे रिपोर्ट को 25 मार्च तक प्रस्तुत करें ताकि अप्रैल माह में ही किसानों को मुआवजा राशि दी जा सके।

आपदा ने भरी थाली सामने से खींच ली

मुख्यमंत्री ने सेमलीकलां हवाई पट्टी पर कहा कि हमने राज्य के सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए बहुत अच्छा बजट पेश किया था। गेहूं की फसल भी इस बार बहुत अच्छी थी। ऐसा लग रहा था जैसे सब कुछ ठीक रहेगा और पिछली फसलों में रही कमी भी इस बार पूरी हो जायेगी। थाली में सब कुछ तैयार लग रहा था, केवल रोटी तोडने की जरूरत थी, परन्तु असमय आई इस आपदा ने हमारे सामने से भरी थाली खींच ली।

धर्म सिंह सहित कई के घर जाकर जाने हाल

सेमलीकलां गांव में विगत रविवार को अपरान्ह करीब 3.50 बजे अचानक तेज हवा से गांव का धर्म सिंह उड़ता हुआ एक पेड़ से जा टकराया और पांव में फै्रक्चर हो गया। मुख्यमंत्री ने धर्मसिंह के घर पहुंच कर उसके कधों पर हाथ रखा और कहा विश्वास रखो सब ठीक हो जायेगा।

इसी तरह नेत्रहीन घनश्याम भी मुख्यमंत्री के घर पहुंचने पर रोने लगा और कहा पूरा घर गिर गया अब कहां जाउंगा। इन्हीं की तरह मुख्यमंत्री रामचन्द्र व शंकरलाल के घर भी पहुंची और मदद का भरोसा दिलाया।

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