- October 29, 2017
प्रसन्नता का विषय–आईटीआई केंद्रों पर कंपनियों द्वारा प्रशिक्षण
जयपुर———- कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विभाग के सचिव श्री टी. रविकांत ने कहा कि प्रदेश विभाग प्रदेश के युवाओं को गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण और बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि राज्य की नामचीन कंपनियां विभाग की सहभागिता से आईटीआई केंद्रों पर सक्रियता के साथ प्रशिक्षण दे रही हैं।
श्री रविकांत शनिवार को कौशल भवन में आयोजित स्टेट स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में प्रदेश भर में चल रही आईटीआई केंद्रों की प्रगति की समीक्षा की गई और उद्योगों के लिए नए आईटीआई केन्द्रों का आवंटन करने पर भी चर्चा की गई। इस बैठक में 19 ऎसे उद्योगों ने भाग लिया जिन्होंने आईटीआई के साथ राज्य में कौशल को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा प्रकाशित ईओआई में रूचि दिखाई।
बैठक में विभिन्न व्यापारों जैसे सौंदर्य और कल्याण, शिक्षा, छपाई, खनन, वास्तुकला, सेवा क्षेत्र, डिजाइनिंग, स्टोन कटिंग इत्यादि केे ट्रेनिंग पार्टनरर्स उपस्थित थे। बैठक में वीएलसीसी, जैम स्किल, माउण्ट टेलेण्ट ऊर्जा गु्रप, डायनेमिक एल्किपावर, आईकेएफ टेक्नो लिमिटेड जैसे बड़े नाम शामिल थे, जो राज्य में आईएमएस द्वारा कौशल विकास के प्रचार के लिए विभाग के साथ काम करने में इच्छुक है।
बैठक में विभिन्न उद्योगों और ट्रेनिंग पार्टनर्स ने अपने कार्य क्षेत्र एवं वर्तमान कारोबार को प्रस्तुत करने के साथ, निकट भविष्य में आईटीआई केंद्र चलाने के लिए प्रस्तावित योजना का प्रस्तुतीकरण किया जिससे राज्य के अधिक से अधिक युवा कौशल प्रशिक्षण से लाभान्वित हो सकें।
विशेष सचिव और आयुक्त, कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विभाग श्री कृष्ण कुणाल ने कहा कि आईएमसी की बैठक आईटीआई के बुनियादी ढांचे के विकास, युवाओं के प्रशिक्षण और संबंधित आईटीआई के परिणामों के आधार पर उद्योगों के कामकाज की समीक्षा करती है।
इस प्रकार विभाग अधिक से अधिक उद्योगों को विभाग से हाथ मिलाकर राजस्थान में नए क्षेत्रोें और आईटीआई केंद्रों के विस्तार में मदद करने के लिए प्रेरित करेगा। श्री कुणाल ने बिजनेस पार्टनर्स को अपरेंटिस पोर्टल पर पंजीकरण के लिए भी आग्रह किया जिससे उद्योगों और कुशल युवाओं के बीच के अंतर को कम किया जा सके।
बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि सभी मापदंडों का मिलान करने के साथ गुणवत्ता की सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जाए। बैठक के दौरान, भागीदारों की प्रतिक्रिया भी ली गई और सभी शिकायतों को खुला विमर्श भी हुआ।