- May 28, 2019
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना—153 किसान लाभान्वित
कोरबा——–प्रदेश की नई सरकार के प्रयासों से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पहली बार जिले के किसानों को 15 करोड़ 70 लाख रूपये की बड़ी राशि क्षतिपूर्ति के रूप में मिलने जा रही है। जिले के सात हजार 153 किसानों की खरीफ 2018 में खेतों में लगी फसल खराब होने पर बीमा कंपनी द्वारा उन्हें यह राशि दी जायेगी।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सभी प्रभावित किसानों के बैंक खातों में सीधे यह राशि जल्द से जल्द जमा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। सबसे अधिक बीमा की क्षतिपूर्ति जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की पाली शाखा से जुड़े किसानों को मिलेगी। पाली शाखा के एक हजार 695 खातेदार किसानों को साढ़े छः करोड़ रूपये से अधिक की क्षतिपूर्ति राशि मिलेगी।
दीपका शाखा के एक हजार 06 खातेदारों को दो करोड़ 64 लाख, कटघोरा शाखा के एक हजार 129 किसानों को दो करोड़ 37 लाख, बरपाली शाखा के एक हजार 786 किसानों को एक करोड़ 80 लाख, कोरबा शाखा के 743 किसानों को एक करोड़ 60 लाख और पोंड़ीउपरोड़ा शाखा के 794 किसानों को 78 लाख रूपये फसलों के खराब होने के कारण क्षतिपूर्ति के रूप में बीमा कंपनी द्वारा दिये जायेंगे।
सहकारी बैंक के अधिकारियों ने बताया कि इतनी बड़ी राशि लगभग 10 वर्षों में पहली बार जिले के किसानों को फसल खराब होने पर बीमा की क्षतिपूर्ति के रूप में मिल रही है। प्रदेश में नई सरकार ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बीमा कराई गई फसलों के खराब होने पर किसानों को क्षतिपूर्ति राशि की मंजूरी के लिए विशेष मानिटरिंग की गई थी।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी किसानों के खेतों तक पहुंचकर फसलों की स्थिति का सही भौतिक सत्यापन बीमा कंपनी और प्रशासन के अधिकारियों ने मिलकर किया था। सरकार के इन प्रयासों से ही जिले में पहली बार किसानों बीमा की इतनी बड़ी राशि मिल रही है। इस राशि के मिलने से किसानों को फसल खराब होने के कारण हुए घाटे से उबरने में अच्छी मदद मिल जायेगी।
सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरबा जिले में खरीफ 2018 के दौरान कुल 12 हजार 125 किसानों की 26 हजार 30 हेक्टेयर में लगी फसलों का बीमा युनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से कराया गया था। इसके लिए बीमा कंपनी को एक करोड़ 71 लाख रूपये का प्रीमियम अदा किया गया था।
फसलों का बीमा कराने वाले किसानों में कृषि ऋण लेकर खेती करने वाले 11 हजार 960 किसान और 165 अऋणी किसान शामिल थे। किसानों की फसलें खराब होने पर सात हजार 025 ऋणी किसानों को 15 करोड़ 44 लाख रूपये और 128 अऋणी किसानों को 25 लाख 52 हजार रूपये बीमा क्षतिपूर्ति मिलेगी।