प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना– तीन श्रेणियों में तीन पुरस्कार

प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना– तीन श्रेणियों में तीन पुरस्कार

2400 किलोमीटर सडक तैयार
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शिमला ——– मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2017-18 के दौरान प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा विभिन्न तीन श्रेणियों में तीन पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव लोक निर्माण मनीषा नंदा और मुख्य अभियन्ता पीएमजीएसवाई ए.के. अबरोल ने मंगलवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से राज्य की ओर से ये पुरस्कार प्राप्त किए।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा तय किए गए 1700 कि.मी. लक्ष्य के मुकाबले राज्य में 1773 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कर बस्तियों को कनेक्विटी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि हरित तकनीकी के तहत 72 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि चूंकि राज्य ने 2017-18 के दौरान लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल की है, इसलिए राज्य को दिए गए लक्ष्य को इस वर्ष 1700 से बढ़ाकर 2400 किलोमीटर कर दिया गया है, जो राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है तथा लोक निर्माण विभाग इस वर्ष भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा कि एक हजार से अधिक आबादी की 59 बस्तियों को सुविधा प्रदान करने के लिए 1214 नई सड़कों का निर्माण किया गया।

12 बस्तियां जिनकी जनसंख्या 500 से 999 के बीच में है तथा 43 बस्तियां जिनकी जनंसख्या 249 से 500 के बीच हैं, को भी सड़क कनेक्टिविटी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा 18 पुलों का निर्माण भी किया गया है।

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क कनेक्विटी को सुदृढ़ करने में पीएमजीएसवाई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है तथा हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी प्रदेश जहां पर सड़कें ही कनेक्विटी का प्रमुख साधन है, में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2017 में दुर्गम क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण की क्षमता प्रदर्शित करने के लिए इंडिया टुडे ने सर्वोच्च स्थान पर आंका है।

उन्होंने लोक निर्माण विभाग को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए बधाई दी तथा उम्मीद जाहिर की कि विभाग भविष्य में भी और बढ़िया प्रदर्शन करेगा।

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