- September 20, 2018
प्रदेश में जल परिवहन को बढ़ावाः परिवहन मंत्री
शिमला ——– प्रदेश में उपलब्ध जल मार्ग परिवहन क्षमता का पूर्ण रूप से दोहन किया जाएगा। इसके लिए सम्बन्धित विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करना होगा।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश के बिलासपुर जिला में स्थित भाखड़ा बांध, चम्बा जिला में चमेरा बांध व कोल बांध पर जल परिवहन की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक निजी एजेंसी आईटी मैरीटाइन प्राइवेट लिमिटेड से एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करवाई गई है, जिसने इन तीन बांधों पर जल परिवहन सुविधाएं विकसित करने, जिनमें जैटी व जैटियों को सम्पर्क मार्ग से जोड़ने आदि पर 26.10 करोड़ रुपये का व्यय प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि परामर्श एजेंसी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार भाखड़ा बांध पर 91 किलोमीटर में जल परिवहन सुविधा प्रदान की जा सकती है, जबकि कोल बांध में लगभग 52 किलोमीटर व चमेरा में 27 किलोमीटर में जल परिवहन सुविधा दी जा सकती है।
उन्होंने पौंग बांध व प्रदेश के अन्य नदियों व बांधों में भी जल परिवहन सुविधा की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नदियों के किनारे बसे शहर जैसे कुल्लू-मनाली व मण्डी में बढ़ते यातायात से निपटने के लिए यहां जल परिवहन की संभावनाएं तलाशी जाए।
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में भाखड़ा बांध पर 21.86 करोड़ रुपये, चमेरा पर 2.69 करोड़ तथा कौल बांध पर जल परिवहन सुविधाएं विकसित करने के लिए 1.55 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है, जिसमें सर्वाधिक भाखड़ा बांध पर जैटी निर्माण पर 17.88 करोड़, चमेरा में 1.81 करोड़ तथा कौल बांध में जैटियों के निर्माण पर 98 लाख रुपये खर्च होंगे।
बैठक में जल परिवहन के कारण मछली उत्पादन से जुड़े लोगों पर पड़ने वाले प्रभावों पर भी चर्चा की गई तथा भारतीय जल मार्ग प्राधिकरण के विशेषज्ञों ने बताया कि यह परिवहन सुविधा चिन्हित स्थानों से ही उपलब्ध करवाई जाती है तथा इससे मछली उत्पादन व मछुआरों की रोजी-रोटी पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस अवसर पर वर्तमान में विभिन्न बांधों में जल परिवहन से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव दिए।
भारतीय जल मार्ग प्राधिकरण के तकनीकी सदस्य एस.के. कांग ने इस अवसर पर जल मार्ग परिवहन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्राधिकरण के निदेशक तकनीकी ए.के. मिश्रा ने इस अवसर पर भाखड़ा, चमेरा तथा कौल बांध में जल परिवहन पर आधारित एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
बैठक की कार्यवाही का संचालन पथ परिवहन निगम के आयुक्त बी.सी. बडालिया ने किया।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह, प्रधान सचिव परिवहन जगदीश शर्मा, विभिन्न जिलों के उपायुक्त, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व प्रदेश की विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं के अधिकारी भी उपस्थित थे।