- March 17, 2022
प्रदेश को तम्बाकू मुक्त बनाने की राह पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
जयपुर——— प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने राज्य को तम्बाकू मुक्त और निरोगी बनाने की परिकल्पना संजो रखी है। इसे मूर्त रूप देने में चिकित्सा विभाग पूरी तरह जुटा हुआ है। विभाग ने 100 दिवसीय कार्ययोजना बनाई है और ग्राम, ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर इसे साकार करने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
बकौल चिकित्सा मंत्री किसी भी चीज के इस्तेमाल से रोकने के लिए सबसे पहले आमजन में जागरूकता होना बेहद जरूरी है। इसके लिए विभाग द्वारा तम्बाकू सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में प्रचार-प्रसार गतिविधियां व विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जा रहा है। चिकित्सा मंत्री श्री परसादी लाल मीणा के द्वारा समस्त जन प्रतिनिधियों को अभियान की क्रियान्विति के लिये पत्र लिखे जा रहे हैं। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर कोटपा अधिनियम की अवहेलना पर निर्धारित प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही पर भी जोर दिया जा रहा है।
चिकित्सा मंत्री का कहना है कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान की कार्ययोजना में युवाओं एवं आमजन को तम्बाकू उत्पादों का उपभोग नहीं करने के लिये प्रेरित किया जा रहा है। तम्बाकू उपभोग कर रहे लोगों को तम्बाकू उपभोग छोड़ने के लिये प्रेरित कर उन्हें तम्बाकू मुक्ति उपचार एवं परामर्श सेवायें उपलब्ध कराई जा रही है।
शिक्षण संस्थान होंगे तम्बाकू मुक्त
प्रदेश में संचालित समस्त विद्यालय, कॉलेज एवं अन्य समस्त शिक्षण संस्थानों को निर्धारित किये गये 9 इंडिकेटर्स के आधार पर तम्बाकू मुक्त क्षेत्र बनाया जाएगा। सभी जिलों में ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर एवं जिला स्तर पर तम्बाकू नियंत्रण विषय पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी।
गांवों तक जलेगी जागरूकता की अलख
ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम स्तरीय स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों तथा शहरी क्षेत्रों में महिला आरोग्य समितियों के माध्यम से नारा लेखन एवं अन्य जागरूकता गतिविधियां आयोजित करवाई जा रही हैं। विद्यार्थियों द्वारा ग्राम, ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित कर उनमें से श्रेष्ठ पाए गए 3 विद्यार्थियों को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
तम्बाकू मुक्त होंगे सभी चिकित्सा संस्थान
प्रदेश में संचालित समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों को तम्बाकू मुक्त क्षेत्र बनाया जाएगा। स्टाफ सेन्सिटाइजेशन, साइनेज प्रदर्शन, 100 गज में तम्बाकू निषेध के नियमों की पालना सुनिश्चित करवाई जा रही है। इनके अलावा समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रो को तम्बाकू मुक्त क्षेत्र बनाया जाएगा।
गांवों में होगा डिजीटल हैल्थ सर्वे
ग्राम स्तर पर तम्बाकू उपभोगियों की पहचान कर परामर्श एवं उपचार किया जाएगा। यही नहीं खुशी बेबी आईटी पार्टनर के सहयोग से आशा सहयोगिनियों द्वारा तम्बाकू उपभोगियों का डोर-टू-डोर सर्वे किया जायेगा। आशा सहयोगिनियों के द्वारा उनको दी गयी डायरी में दी गयी तालिका में भी तम्बाकू उपभोगियों की सूची तैयार कर तम्बाकू मूक्ति उपचार एवं परामर्श केन्द्र या नेशनल क्विटलाइन पर रैफर किया जायेगा।
कोट्पा अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नोटिफिकेशन होगा जारी
कोट्पा अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये पुलिस विभाग के हैड कॉन्सटेबल तक की श्रेणी के अधिकारियों, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों तथा एनटीसीपी कार्मिकों का धारा 4 एवं धारा 6 के अंतर्गत किये गये उल्लंघनों पर कार्यवाही करने के लिये नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा। 30 अप्रेल 2022 को राज्य के सभी जिलों में ग्राम पंचायत स्तर तक कोटपा अधिनियम के अन्तर्गत पाये जाने वाले उल्लघनों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
अभियान की सफलता के लिए जिलाधिकारियों को दी जिम्मेदारियां
निरोगी राजस्थान अभियान के अन्तर्गत तम्बाकू मुक्त राजस्थान की कार्ययोजना की समयबद्ध क्रियान्विति के लिये मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की अध्यक्षता में पिछले दिनों राज्य स्वास्थ्य परिवार कल्याण संस्थान (सीफू) में राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सभी संभागों में संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक की अध्यक्षता में संभाग स्तरीय बैठकें आयोजित की जा रही हैं। 4 मार्च को कोटा संभाग, 11 मार्च को अजमेर, 14 को जोधपुर और 15 को उदयपुर संभाग स्तरीय बैठकें आयोजित की गयी, जिनमें राज्य नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के द्वारा संभाग के सभी जिलों के सम्बंधित विभागों के जिला अधिकारियों को अभियान के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के लिये ऑरियेन्टेशन किया गया है। इसके अलावा जिला स्तर पर जिला स्तरीय तम्बाकू नियंत्रण समन्वय समिति की बैठक का आयोजन जिला कलक्टर की अध्यक्षता मे अभियान क्रियान्विति कार्ययोजना एवं समस्त जिलाधिकारियों की जिम्मेदारियां भी तय की गई।