- October 5, 2017
प्रदेश की सभी जेलों में मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध ——–गृहमंत्री
जयपुर ———– गृह मंत्री श्री गुलाब चंद कटारिया ने जेल अधिकारियों को निर्देश दिये कि जेलों से संबधित पुलिस अधीक्षकों से सम्पर्क कर फरार बंदियों को तत्काल गिरफ्तार करने की कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की सभी जेलों में मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है।
श्री कटारिया बुधवार को सचिवालय स्थित अपने कक्ष में जेल विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गत 4 सालों में 7 कारागारों से 16 बन्दी फरार होकर भागे थे, उनमें 15 कैदी पुलिस द्वारा पकड़ लिये गये है, तथा एक बन्दी अभी भी फरार है। उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि उस फरार बंदी के लिये सम्बन्धित पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क कर गिरफ्तारी की कार्यवाही सुनिश्चित करायें।
श्री कटारिया ने ़बताया कि 2009 से 2014 तक 95 कैदी फरार हुए थे, उनमेेंं से 90 कैदियों को पकड़ लिया गया है तथा 5 कैदी पहले के तथा एक कैदी अभी का फरार है। उन्होंने जेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दियेे कि जेलों में बंदियों की बैरकों के निर्माण में गति लावें तथा जिन जेलों में बैरकों का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया हैं, उनमें बंदियों को स्थानान्तरित करने की कार्यवाही करें।
गृह मंत्री ने 24 जेलों के 40 बन्दी बैरकों के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन 33 बैरको का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है उन्हे शीघ्र अपने कब्जे में लेकर बंदियों की रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि उनकी व्यवस्था की खामियों को दूर किया जाये।
श्री कटारिया ने जेलों में बन्दियों द्वारा मोबाईल के उपयोग किये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए इस पर पूर्ण रोक लगाने हेतु आवश्यक कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये। उन्हाेंने जेलों में कार्मिको की कमी, प्रहरी भर्ती एवं विभागीय जांच विषयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए इन बिन्दुओं पर शीघ्र उचित कार्यवाही करने के निर्देश जेल अधिकारियों का दिये।
श्री कटारिया ने बंदियों की पेशियों की संख्या का प्रतिशत बढ़़ाने पर जोर देते हुए कहा कि जिन बंदियों की लम्बे समय से पेशी नहीं हो पा रही है, उन्हे चिन्हित कर उनकी समय पर पेशी करवाना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि 5 से 10 वर्ष से अधिक के 285 एवं 3 से 5 वर्ष के 944 बन्दी बताये गये है, उनकी समीक्षा करने के निर्देश दिये।
गृहमंत्री ने जेल विभाग से सम्बन्धित लम्बित विषयों की जानकारी ली एवं उन पर चर्चा की।
कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक कारागार श्री सुनील मेहरोत्रा ने कारागार भवनों एवं बैरकों की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि उदयपुर जिले केे सागवाडा, डूंगरपुर, राजसमन्द, अजमेर जिले के नागौर एवं भीलवाडा, भरतपुर जिले के डीग, बयाना, जयपुर जिले के किशनगढबास जेलों में क्षमता से अधिक बन्दियों को रखा जा रहा है। इस पर श्री कटारिया ने कहा कि इसके निस्तारण के लिये प्रभावी कार्ययोजना बनाएं।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव श्री दीपक उपे्रती, उप महानिरीक्षक जेल श्री जयनारायण शेर, संयुक्त शासन सचिव जेल श्री चेतन देवड़ा एवं विशिष्ठ सहायक श्री महेन्द्र पारख उपस्थित थे।