- March 27, 2019
प्रत्याशी की खर्च सूची– चाय कि दस रुप्ये खाते में जुडेंगें
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों में खड़े हो रहे हर प्रत्याशी के खर्च की एक सूची बना दी है. जहां ये तय है कि प्रत्याशी अगर चुनाव के दौरान किसी को चाय भी पिलायेगा तो उसके खर्च के खाते में दस रुपए जुड़ जाएंगे.
कार्यकर्ताओं को खिलाए जाने वाले एक समोसे की कीमत आठ रुपए मानी जाएगी. चुनावों के दौरान प्रत्याशी जिस चीजों पर अपना खर्च दिखाते हैं, उसमें 171 चीजों की फेहरिश्त चुनाव आयोग ने तय कीमत के साथ बना दी है.
चुनाव आयोग का एक आब्जर्बर खुद हर प्रत्याशी के खर्च पर नजर रखेगा. आमतौर पर ये आब्जर्बर वरिष्ठ अधिकारी होंगे. सीसीटीवी द्वारा भी चुनाव आयोग हर प्रत्याशी की रिकॉर्डिंग कराएगा.
लिहाजा वो खर्च में ज्यादा गड़बड़ी करने की स्थिति में नहीं होगा. कहा जा सकता है कि काफी हद तक आयोग ने खर्चों के हर सामान की कीमत तय करके प्रत्याशियों के खर्च के हाथ-पैर बांध दिए हैं.
चाय और समोसे की कीमत के बारे में तो ऊपर बता ही दिया गया है. प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं को रोज जितने चाय-समोसा खिलाएगा, वो उसके खाते में जुड़ते जाएंगे. चुनाव प्रत्याशी को ये भी बताना होगा कि रोज उसके चुनाव प्रचार में कितने कार्यकर्ता लगे हुए हैं.
हर खर्च पर चुनाव आयोग की नजर
चाय और समोसा के अलावा अन्य खर्चों पर भी चुनाव आयोग की नजर रहेगी. आलपिन से लेक फाइल कवर, कुर्सी, टेंट का बाजार रेट निर्धारित कर दिया गया है. प्रत्याशी को एक रजिस्टर बनाना होगा, जिस पर पाई-पाई का हिसाब लिखकर देना होगा. लोकसभा चुनावों में खर्च सीमा 70 लाख रुपए निर्धारित की गई है, जो 2014 में 28 लाख रुपए थी. प्रत्याशी को नया बैंक खाता खुलवाना पड़ेगा. इसकी जानकारी जिला निर्वाचन आफिस को देनी होगी.