- December 27, 2016
पॉलीटेक्निक महाविद्यालय एवं आई.टी.आई. के पाठ्यक्रम में हिन्दी
भोपाल (राजेश पाण्डेय)— इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक महाविद्यालय एवं आई.टी.आई. के पाठ्यक्रम में हिन्दी भाषा को शामिल कर नया पाठ्यक्रम तैयार होगा। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दीपक जोशी ने कहा कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परम्परा और संस्कारों का मिश्रण जिस तरह से देश की मूल भाषा हिन्दी में विद्यमान है, वह किसी और भाषा में नहीं है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को विकसित करने के लिये तकनीकी तथा चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ नैतिक, बौद्धिक तथा व्यावहारिक शिक्षा की भी जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए ही तकनीकी शिक्षा में हिन्दी माध्यम को देश में पहली बार मध्यप्रदेश में लागू किया गया है।
श्री जोशी ने कहा कि आज के विद्यार्थी मोबाइल, नेट, टी.व्ही. के दौर में ऐसे खो गये हैं कि वे पुस्तक और अध्ययन सामग्री से दूर हो चले हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी से कहा कि इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक महाविद्यालय और आईटीआई के पुस्तकालयों में मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी से प्रकाशित संदर्भ ग्रंथ एवं तकनीकी शिक्षा आधारित हिन्दी माध्यमों की पुस्तकें आवश्यक रूप से रखी जायें।
अकादमी के संचालक डॉ. सुरेन्द्र बिहारी गोस्वामी ने बताया कि तकनीकी शिक्षा की पुस्तकों का प्रकाशन एवं प्रदाय लाभ-हानि रहित सिद्धांत पर किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम के अतिरिक्त संदर्भ ग्रंथों की पुस्तकें भी तकनीकी शिक्षा विभाग से प्राप्त क्रय आदेश के अनुसार प्रदाय की जा सकेगी।