- October 16, 2018
पूर्व के चांसलरों के आदेशों की धज्जियां —विश्वविद्यालयों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश
राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन ने राज्य के विश्वविद्यालयों द्वारा पूर्व के चांसलरों द्वारा पारित आदेशों का अनुपालन नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही ऐसे विश्वविद्यालयों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
राज्यपाल टंडन ने पुराने आदेशों की समीक्षा के दौरान राजभवन के ओएसडी (न्यायिक) को ऐसे मामलों की सूची बनाकर प्राथमिकता के आधार पर उनके समक्ष उपस्थित करने का आदेश दिया। समीक्षा के दौरान राज्यपाल ने पाया कि पूर्व के चांसलरों द्वारा कई वर्ष पहले दिए गये आदेशों पर अबतक कई विश्वविद्यालयों ने अमल नहीं किया है।
टंडन ने कहा है कि पूर्व कुलाधिपतियों द्वारा पारित न्यायिक आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराना संबंधित कुलपति, कुलसचिव, प्राचार्य एवं विश्वविद्यालयीय अधिकारियों की जिम्मेवारी बनती है। जिन मामलों में आदेशों का अनुपालन अबतक लंबित है, उनके बारे में कारण-पृच्छा कर वस्तुस्थिति की शीघ्र जानकारी ली जानी चाहिए।
राज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह को दिया।
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा सहित अन्य कुछ विश्वविद्यालयों में पुराने मामलों में पारित आदेशों का अनुपालन अबतक लंबित है। राज्यपाल के समक्ष सुनवाई के लिए 100 मामले दाखिल किये गये हैं। राज्यपाल ने शीघ्र सुनवाई के लिए इनकी तिथियां तय करने का निर्देश दिया। ज्यादातर मामले सेवा-नियमितीकरण, सेवान्त लाभ, प्रोन्नति, प्राचार्यों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की नियुक्ति आदि से संबंधित हैं।