- July 28, 2015
पुुलिस विभाग की कार्य प्रणाली एवं व्यवहार में बदलाव लाने के लिये मंथन
जयपुर – गृह मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया ने सलाहकार समिति के सदस्यों को कहा कि आपके सुझावों एवं अनुभवों से पुलिस व्यवस्था का सुदृढीकरण, कानून एवं व्यवस्था, अपराधों में कमी, विभिन्न प्रकार की घटनाओं को रोकने में किस प्रकार से सुधार लाया जा सकता हैं ताकि जनता को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले सके एवं उन अनुभवों एवं सुझावों से पुलिस विभाग और अधिक मजबूत एवं सुदृढ़ बन सके ।
श्री कटारिया की अध्यक्षता में सोमवार को पुलिस मुख्यालय के सभाकक्ष में गृह विभाग के कार्य को प्रभावी बनाने के उद्घेश्य से राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की प्रथम बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में 6 विधायकों सहित सेवानिवृत अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह एवं सदस्य सचिव श्री ए. मुखोपाध्याय, महानिदेशक पुलिस श्री मनोज भटट एवं अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध श्री पी.के. सिंह उपस्थित थे।
गृह मंत्री ने कहा कि आपके सुझावों एवं पुलिस विभाग की कार्य प्रणाली एवं व्यवहार में बदलाव लाने से प्रदेश में घटित आपराधिक घटनाओं मेे कमी एवं अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सकता है। उन्होने कहा कि साईबर क्राईम के अपराधों को रोकने के लिए आईटी मेें विशेषज्ञ विधार्थियों एवं अनुभवी लोगों को लेना, एफएसएल युनिट को प्रभावशाली बनाना, जन सहभागिता से अपराधों पर रोकथाम एवं जन सुनवाई व्यवस्था को प्रभावी बनाने आदि पर आपके सुझावों को अपनाने से पुलिस विभाग के कार्यो में पारदर्शिता के साथ साथ गुणवता में सुधार आयेगा।
परामर्शदात्री समिति में विधायक विधाधरनगर श्री नरपत सिंह राजवी, विधायक अलवर शहर श्री बनवारी लाल सिंघल, विधायक भीलवाडा श्री विट्ठल अवस्थी, विधायक केकडी श्री शत्रुघन गौतम, विधायक धरियावाद श्री गौतम मीणा एवं विधायक कोटा दक्षिण श्री संदीप शर्मा ने सुझावों में बताया कि पुलिस की मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है। पुलिसकर्मियों को आईटी विशेषज्ञों द्वारा रिफे्रशर कोर्स करवाने एवं सीएजी सदस्योंं के मनोनयन के लिए ईमानदार एवं जनता के प्रति संवेदनशील व्यक्ति के चयन किया जाना चाहिए। उन्होने बंागलादेशी घुसपैठ को रोकने, अपराधों की रोकथाम हेतु थाना स्तर पर होने वाली बैठकों के बाद जिला पुलिस अधीक्षक के स्तर मुल्यांकन, बीट प्रणाली को और प्रभावशाली बनाने, झुंठी शिकायत करने वाले लोगों के प्रति सख्ती बरतने, समाजिक सदभावना बिगाडने वाले लोगों को पाबन्ध करने, ओवर लोडिग वाहनों की धरपकड एवं रोकथाम के लिये सख्त कानून बनाने, चोरी, लूट पाट करने वालों, भूमाफियाओ, शराब माफियाओं पर सख्त कार्यवाही करने एवं जन सुनवाई को नियमित रूप से कर जनप्रतिनिधियों व आमजन की समस्याओं के समाधान के सुझाव बताये।
सरदार वल्लभ भाई पटेल पुलिस विश्वविधालय जोधपुर के कुलपति श्री एमएल कुमावत, सेवानिवृत महानिदेशक पुलिस श्री राजेन्द्र शेखर, सेवानिवृत आईपीएस श्री एचएन मीणा, आईएएस श्री चन्द्र मोहन मीणा, आरपीएससी के श्री कन्हैया लाल बैरवा ने सडक दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कठोर नियम बनाने, थानों में नफरी बढाने, केस आफिसर स्कीम को प्रभावी बनाने, साम्प्रदायिक सदभाव, पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने, सीएलजी गठन व स्थानान्तरण नीति में पारदर्शिता लाने, अपराध के नये तरीके एवं जन सहभागिता से अपराधों पर रोकथाम, सामुदायिक पुलिस अधिकारी को प्रभावी बनाये जाने एव भ्रष्टाचार पर नियंत्रण आदि के सुझाव दिये।
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए.मुखोपाध्याय ने कहा कि पहली बार बनायी गई इस समिति में आपके अनुभवों से पुलिस विभाग को फायदा मिलेगा। इससे राज्य सरकार व प्रदेश के लोगों को भी राहत मिलेगी। महानिदेशक पुलिस श्री मनोज भटट ने कहा कि आप के सुझावों से प्रदेश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाया जा सकता है, जिसमें आपकी भुमिका अहम सिद्घ होगी। आपके जो सुझाव आये है उनका मंथन कराया जाकर कार्ययोजना तैयार की जायेगी। इनकी क्रियान्वयन के लिए बिन्दुवार चर्चा की जायेगी।