पुस्तक समीक्षा जीरो ऑयल 151 नाश्तेे

पुस्तक समीक्षा  जीरो ऑयल 151 नाश्तेे

उमेश कुमार सिंह ——- आधुनिक युग में अधिकतर मनुष्यों की व्यस्त जीवन शैली है जिसके कारण वे अत्यधिक तनावपूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। इसलिए उनकी जीवनशैली बीमारियों की वजह बनती है। इसलिए अपने भोजन में तेल की मात्रा कम कर देनी चाहिए। इसका सबसे आसान और सरल तरीका है जीरो ऑयल।


इसी को ध्यान में रखकर डा. बिमल छाजेड़ ने जीरो ऑयल 151 नाश्ते नमकीन पर बुक लिखी है। यह डायमंड बुक्स द्वारा प्रकाशित किया गया है। डॉ. बिमल छाजेड़ एक जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ हैं जिन्होंने भारत में हृदय की देखभाल तथा उपचार के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए ‘साओल हार्ट प्रोग्राम’ की स्थापना की। उन्होंने रोगियों के उपचार के लिए सभी उपयोगी संभावनाओं का पता लगाया तथा जन-मानस की आवश्यकतानुसार उन्हें व्यवहार में उतारने का प्रयास किया है। बिना जोखिम उठाये, बिना ऑपरेशन किए उनके हृदय संबंधी आसान तरीके अपनाने से हजारों लोगों को फायदा हुआ है तथा फायदा उठा रहे हैं।
इसीलिए लिखी गयी है यह जीरो ऑयल कुक बुक। जीरो ऑयल से बने हुए व्यंजन स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक हैं। आपको क्या चाहिए ‘तेल या स्वाद’ इस पुस्तक में हम बताएंगे, कि बिना एक बूंद तेल इस्तेमाल किए किस प्रकार मनपसंद नाश्ते तैयार किए जा सकते हैं। जिनकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। ये नाश्ते हृदय रोगों के रिवर्सल तथा निवारण में मदद करेंगे।
दिनभर के भोजन को दो मुख्य भोजन समय (दोपहर तथा रात का भोजन) इनके बीच में लिए जाने वाले खाना में बांटा जा सकता है। इस बीच में लिए जाने वाले खानों को नाश्ता कहते हैं। इस नाश्ते में मिठाई भी हो सकती है क्योंकि मिठाई के बारे में हमारी पुस्तक ‘जीरो आयल मिठाइयां’ पहले ही आ चुकी है। यह विशेष पुस्तक नमकीन संबंधी सभी व्यंजनों को शामिल किए हुए है।
हमारे देश में सैकड़ों नाश्ते किसी न किसी रूप में प्रसिद्ध हैं। कुछ नाश्ते ऐसे हैं जो संपूर्ण देश में खाए-खिलाए जाते हैं। लेकिन ज्यादातर नाश्ते चर्बी/वसा से युक्त होते हैं परिणामस्वरूप शरीर को हानि पहुंचाते हैं। क्योंकि इन्हें बनाने में बहुत इस्तेमाल होता है। इन्हें खाने से भविष्य में न केवल दिल की बीमारी होने का बना रहता है बल्कि मोटे लोगों के लिए तथा मधुमेह के रोगियों के लिए भी यह खतरनाक होते हैं। चर्बी तथा वसायुक्त भोजन के खिलाफ लड़ाई को जारी रखते हुए साओल संस्था 1995 से दिल के मरीजों के लिए जीरो ऑयल के तरीके का विकास कर रही है। हमें अब तक 500 के लगभग पदार्थों को तैयार करने में सफलता मिली है जेल रहित तो हैं ही साथ ही स्वादिष्ट भी हैं। डा. बिमल छाजेड़ का कहना है कि हम सालों से अपने ‘रिवर्सल ऑफ हार्ट डिजीज प्रोग्राम’ में भाग लेने वालों को यही भोजन खिलाते आ रहे हैं। यह कार्यक्रम पूरे भारत में फैला है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों में हमारी पिछली पुस्तकों ‘जीरो ऑयल कुक बुक’ तथा ‘जीरो ऑयल स्वीट बुक’ ने पहले ही क्रांति सी ला दी है। यह विशेष पुस्तक उसी की एक कड़ी है।
इस पुस्तक में 151 नमकीन नाश्तों की विधियां दी गई हैं जिन्हें सुबह, हर शाम कभी भी नाश्ते में लिया जा सकता है तथा किसी भी दोस्त तथा संबंधियों को परोसा जा सकता है। इनमें ज्यादातर ऐसे हैं जिनके बारे में बिना तेल के कल्पना नहीं की जा सकती। लेकिन इस पुस्तक ने असंभव को संभव बनाया है। इनमें ज्यादातर व्यंजन आपके भोजन में भी उचित स्थान ले सकते हैं।
मैं अपने सभी आहार विशेषज्ञों, खासतौर पर प्रियंका रस्तोगी तथा जया सरीन का अवश्य शुक्रिया अदा करना चाहूंगा जिन्होंने इन खाद्य पदार्थों की तकनीक को विकसित करने में हमारी मदद की। इस पुस्तक को तैयार करने में साओल टीम का योगदान है। मैं उन सभी का आभारी हूं जिनके योगदान के बतौर यह संभव नहीं था। जीरो ऑयल 151 नाश्ते पाँच भाषाओं भी उपलब्ध है।

पुस्तक: जीरो ऑयल 151 नाश्ते
लेखक: डॉ.बिमल छाजेड़
प्रकाशनः डायमंड बुक्स

Umesh Kumar Singh
Editor | avknewsservices.com

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