- September 1, 2017
पीसीपीएनडीटी डिकॉय कारवाई –62 वर्षीय डॉक्टर सहित दो महिला दलाल गिरफ्तार
जयपुर—————मिशन निदेशक एनएचएम एवं अध्यक्ष राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी के समुचित प्राधिकारी नवीन जैन के निर्देशानुसार राजस्थान में 86 वां डिकॉय आपरेशन करते हुए गुरूवार को सीकर के पंजीेकृत प्रबोध कुमार गुप्ता अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर पर लिंग जांच कर रहे डॉक्टर सहित दो दलालों को गिरफ्तार कर दो सोनोग्राफी मशीन को जब्त किया गया है।
मिशन निदेशक श्री नवीन जैन ने बताया कि मुखबीर ‘104‘ हेल्पलाईन पर शिकायत मिली कि सीकर जिले का पंजीकृत प्रबोध कुमार गुप्ता अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर भू्रण लिंग जांच में लिप्त है। गत तीन दिन पूर्व झुंझुनूं जिला कलेक्टर श्री दिनेश कुमार यादव व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार डांगी के पास भी मुखबीर ने स्वयं उपस्थित होकर सूचना दी की कि झुंझुनूं की दो महिलाएं जो की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ जुड़ी हुई है और लिंग जांच करवाने के लिए गर्भवती महिलाओं को सीकर के पंजीकृत प्रबोध कुमार गुप्ता अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर पर लेकर जाती है।
झुंझुनूं जिला कलेक्टर ने उक्त मामले की मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार डांगी व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नोडल अधिकारी विप्लव न्यौला के द्वारा पुष्टि करवाकर गुरूवार को लिंग जांच करवाने का तय किया गया तथा मिशन निदेशक नवीन जैन के साथ वार्ता कर डिकॉय आपरेशन की कारवाई को अंजाम देने के लिए राज्य पीसीपीएनडीटी सैल की टीम को भी भेजने का आग्रह किया गया।
जिला प्रशासन द्वारा डिकॉय आपरेशन की पुष्टि में सामने आया कि सीकर के पंजीेकृत प्रबोध कुमार गुप्ता अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर के संचालक डॉ.प्रबोध कुमार गुप्ता जब से सोनोग्राफी मशीन लेकर आया उसके एक वर्ष बाद से ही लिंग जांच का कार्य करता रहा है। एक अन्य मुखबीर से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर प्रबोध कुमार गुप्ता गत 8 वर्ष से लिंग जांच का कार्य कर रहा है व उसकी मुख्य दलाल के माध्यम से ही लिंग जांच का कार्य किया जाता था।
जिला कलेक्टर श्री दिनेश कुमार यादव ने बताया कि बुधवार की शाम को झुंझुनूं की दलाल मीना सोनी को 30 हजार रुपये की राशि नगद लिंग जांच हेतु दी गई थी। मीना ने मुखबीर को बताया कि गुरुवार को प्रातः 8 बजे पीरूसिंह सर्किल पर रानोली निवासी नीतु नाम की महिला मिलेगी जो आपको सीकर के प्रबोध कुमार गुप्ता अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर पर ले जाकर सोनोग्राफी करवा देगी।
कार्यक्रम के अनुसार टीम द्वारा डिकॉय महिला को मुखबीर व सहयोगी के साथ पीरूसिंह सर्किल भेजा गया जहां से दलाल नीतु देवी डिकॉय महिला को अपने साथ सीकर स्थित प्रबोध कुमार गुप्ता अल्ट्रा सोनोग्राफी सेंटर पर ले गई। करीब दो घंटे बाद सेंटर के संचालक आरोपी डॉ. प्रबोध कुमार गुप्ता द्वारा लिंग जांच कर लिंग के बारे में बताया गया।
टीम को इशारा मिलते ही डॉक्टर प्रमोद कुमार गुप्ता व दलाल नीतु को गिरफ्तार कर 2 सोनोग्राफी मशीनों को जब्त किया गया वही झुंझुनूं की दलाल मीना सोनी को उसके किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया। टीम द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है इस काम में लिप्त अन्य दलालों को भी टे्रस किया जाऎगा।
लिंग जांच के लिए दी गई राशि के हुबहु नोट बरामद किए गए है। कारवाई के दौरान यह भी पाया गया कि आरोपी डॉ.प्रबोध कुमार गुप्ता के सोनोग्राफी सेंटर पर गर्भवती महिला से सोनोग्राफी करने के लिए किसी भी प्रकार के दस्तावेज नही लिए गए और ना ही फार्म एफ भरवाया गया।
मिशन निदेशक नवीन जैन ने झुंझनूं जिला कलेक्टर श्री दिनेश कुमार यादव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजकुमार डांगी, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ के नोडल अधिकारी विप्लव न्यौला सहित पूरी टीम को उक्त कारवाई के लिए बधाई दी है।
जिला कलेक्टर श्री दिनेश कुमार यादव व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रघुवीरसिंह के नेतृत्व में बनाई गई टीम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार डांगी, विप्लव न्यौला, पीबीआई थाना के सीआई उमेश निठारवाल, उम्मेद सिंह राठौड़, श्रीराम, शंकर सिंह, आशा समन्वयक संजीव महला, आईईसी समन्वयक महेश कुमार कड़वासरा, पीसीपीएनडीटी समन्वयक दिनेश कुमार, बीपीएम कंचन चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता विकास राहड़ शामिल थे।
’आरोपी डॉक्टर प्रबोध कुमार गुप्ता सोनोग्राफी सेंटर पर सोनोग्राफी करने के लिए नहीं था अधिकृत
पंजीकृत सोनोग्राफी सेंटर पर सामान्य सोनोग्राफी भी अधिकृत डॉक्टर ही कर सकता है। इस सेंटर पर आरोपी डॉक्टर प्रबोध कुमार गुप्ता का पुत्र डॉक्टर विश्वास गुप्ता ही सोनोग्राफी करने के लिए अधिकृत है। जबकि इनकी पत्नी सोनोग्राफी सेंटर की संचालिका है।
इस पंजीकृत सोनोग्राफी सेंटर पर आरोपी डॉक्टर प्रबोध कुमार गुप्ता अवैध रूप से सामान्य सोनोग्राफी व लिंग जांच दोनो ही कार्य बड़े स्तर पर करता था। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी डॉ.प्रबोध कुमार गुप्ता गत कई वर्ष से अवैध रूप से लिंग जांच का कार्य अपने दलालों के माध्यम से प्रति माह 100 से अधिक लिंग जांच करता था। यह भी सामने आया कि प्रति लिंग जांच के 15 से 20 हजार रुपये स्वयं लेता था बाकी की राशि दलालों को दी जाती थी।
—-