- May 23, 2017
पार्षद और विधायक आमने-सामने–विकास पर आरोप
झज्जर/बहादुरगढ़(पत्रकार गौरव शर्मा)—वार्ड-30 के अधीन आने वाले सैनिक नगर में विधायक के कार्यक्रम को लेकर यहां की पार्षद नीना सतपाल राठी ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि विधायक ने यहां पर विकास की कोई घोषणा नहीं की बल्कि उनके द्वारा पहले से ही करवाए गए विकास कार्यों को झूठा श्रेय लेने का प्रयास किया जा रहा है।
पार्षद ने कहा कि झूठ का श्रेय लेकर राजनीति चमकाने का प्रयास हो रहा है जिसमें वे सफल नहीं होंगे। वार्डवासी पहले से ही समझदार हैं। सैनिक नगर बारात घर को लेकर विधायक द्वारा गुमराह किया जा रहा है। इसके प्रथम तल के निर्माण को लेकर राजनीति की जा रही है क्योंकि 25 लाख 10 हजार का टैंडर नगर परिषद चेयरपर्सन शीला राठी ने पार्षद नीना सतपाल राठी व वार्डवासियों के कहने पर लगवाया था।
कांग्रेस से न.प. चेयरपर्सन शीला राठी के बनने के बाद काम शुरू हुआ है और फिर से इस काम को पूरा करवाने व उसमें मदद करने की बजाय रोड़ा अटकाने में लगे हुए हैं। इस काम की फीनिशिंग के लिए न.प. की ओर से 10 लाख रुपए और लगाए जाएंगे।
प्रधान विजयपाल हथियाना चाहता है सरकारी जमीन-पार्षद नीना सतपाल राठी ने कहा कि विधायक नरेश कौशिक ने दी डिफेंस पर्सनल को-आपरेटिव हाउसिंग सोसायटी के कार्यालय भवन का लोकार्पण किया है वह गलत है। क्योंकि यह 1200 गज जगह पहले ही नगर परिषद के अधीन है।
प्रधान मास्टर विजयपाल ने गलत नीयत से अपनी सोसायटी का नाम लेकर पर्सनल आफिस बना रहे हैं जो कि गलत है। इसको लेकर लोगों ने पार्षद के संज्ञान में मामला लाया और विरोध भी जताया।
विजयपाल सरकारी नौकरी में रहते हुए राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी ले रहा है। पूर्व विधायक नफे सिंह राठी के कार्यकाल में लगे पत्थर को तुड़वाकर अब सत्ता पक्ष से फायदा उठाने के लिए विधायक कौशिक को गुमराह करते हुए पहला पत्थर हटवाकर
दूसरा पत्थर लगवाकर लोकार्पण करवाया है।
एम.पी ने दी 15 लाख की ग्रांट – पार्षद ने कहा कि वार्डवासियों को बेहतर सुविधा दिलाने के लिए दिन-रात एक किया हुआ है। जहां 66 फुटा रोड बनकर खत्म होगा और उसके बाद ओमेक्स तक का जो हिस्सा बचेगा उस पर सांसद ग्रांट से दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले 5 लाख रूपए दिए और अब एक महीना पहले फिर से 10 लाख रूपए देने की घोषणा की है। कुल मिलाकर 15 लाख रूपए से यहां पर टाइल लगाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायक अमृत योजना के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे है क्योंकि यह स्कीम केंद्र की है।