पार्किंग के बजाय सड़क किनारे खड़े रहते हैं वाहन: घाव को नासूर न बनने दें

पार्किंग के बजाय सड़क किनारे खड़े रहते हैं वाहन: घाव को नासूर न बनने दें

सीधी(विजय सिंह)—- शहर की बाधामुक्त यातायात व्यवस्था हेतु कलेक्टर अभिषेक सिंह द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर पानी फेरने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। अभी भी अस्पताल चौराहा में सड़क किनारे चार पहिया वाहन एवं मोटर सायकल खड़ी कर लोग अपने कामकाज पर चले जाते हैं।

जबकि अभिषेक सिंह ने सबसे पहले जिला चिकित्सालय में व्यवस्थित पार्किंग का निर्माण कराया था। पार्किंग में वाहन खड़ा करने में लोग तौहीन महसूस करते हैं और शायद सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर यातायात में अवरोध पैदा करने से उनकी शान में इजाफा होता है ?

जिला मुख्यालय को कस्बे से शहर बनाने की कलेक्टर की सकारात्मक सोच की झलक मिलने लगी है। गांधी चौराहे व सम्राट चौराहे में जर्जर सरकारी भवनों को हटाकर वहां नागरिक सुविधाओं के विस्तार की प्रक्रिया जारी है। इनका लाभ आम लोगों को तभी मिल सकता है जब सुव्यवस्था के साथ लोग अपनी नागरिक संहिता का पालन करें। हर जगह प्रशासन डंडा ही चलाये, क्या तभी लोग सुधरेगें ?

वाजिब होगा कि जिला चिकित्सालय की एम्बूलेंस, परिसर के भीतर करीने से खड़ी की जावें। पार्किंग पूरी तरह से आम नागरिकों के लिये उपलब्ध रहे तथा पार्किंग के बाहर खड़े वाहनों पर यातायात पुलिस, यदाकदा निगरानी कर लिया करे। वरना धीरे-धीरे अस्पताल चौराहे के ट्राफिक को अपने पुराने ढर्रे पर लौटने में देर नही लगेगी। घाव का नासूर बनने से पहले ही उपचार जरूरी है।

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