• December 5, 2020

पर्यावरण — सड़क को सीधा बनाने की क्या आवश्यकता है –उच्चतम न्यायालय

पर्यावरण — सड़क को सीधा बनाने की क्या आवश्यकता है –उच्चतम न्यायालय

रमेश गोयल — सड़क बनाने के लिए पेड़ काटने की जरूरत पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय संस्था पर्यावरण प्रेरणा के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय पूर्व मन्त्री पर्यावारण रमेश गोयल ने कहा कि उन्होंने भी हरियाणा सरकार को लिखा था कि सड़क बनाते हुए पेड़़ काटने की बजाय उस लाईन को डिवाईडर के रूप में लिया जाये तो पुराने वृक्ष कटने से बच जायंगे।

माननीय उच्चतम न्यायालय ने मथुरा (उतर प्रदेश) के कृष्ण.गोवर्धन रोड़ प्राजैक्ट के लिए 3 हजार पेड़ काटने की सरकार की योजना पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि सड़क को सीधा बनाने की क्या आवश्यकता है। जहां पेड आए वहां से घुमाकर सड़क बनाएं इससे वाहनों की गति धीमी होगी और दुर्धटनाएं भी कम होगी।

मुख्य न्यायधीश एसए बोवेड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने देश में बढ़ रही सड़क दुधटनाओं पर चर्चा करते हुए तेज गति से चलते हुए वाहनों का कारण भी सीधी सड़क को माना है। माननीय मुख्य न्यायधीश ने सरकार से पुछा है कि 90.100 वर्ष पूराने वृक्ष को काटे जाने की पूर्ति किसी भी दशा में नए वृक्ष लगाकर नहीं की जा सकती। श्री गोयल ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे पूराने वृक्ष काटने पर रोक लगने के साथ साथ पर्यावरण को होने वाली हानि से बचा जा सकेगा और सरकारों व प्रशासन की मनमानी पर अंकुश लगेगा।

सड़क बनाने के लिए पेड़ काटने की जरूरत पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय संस्था ‘‘पर्यावरण प्रेरणा‘‘ के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय पूर्व मन्त्री पर्यावारण रमेश गोयल ने कहा कि उन्होंने भी हरियाणा सरकार को लिखा था कि सड़क बनाते हुए पेड़़ काटने की बजाय उस लाईन को डिवाईडर के रूप में लिया जाये तो पुराने वृक्ष कटने से बच जायंगे।

माननीय उच्चतम न्यायालय ने मथुरा (उतर प्रदेश) के कृष्ण-गोवर्धन रोड़ प्राजैक्ट के लिए 3 हजार पेड़ काटने की सरकार की योजना पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि सड़क को सीधा बनाने की क्या आवश्यकता है। जहां पेड आए वहां से घुमाकर सड़क बनाएं इससे वाहनों की गति धीमी होगी और दुर्धटनाएं भी कम होगी।

मुख्य न्यायधीश एसए बोवेड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने देश में बढ़ रही सड़क दुधटनाओं पर चर्चा करते हुए तेज गति से चलते हुए वाहनों का कारण भी सीधी सड़क को माना है। माननीय मुख्य न्यायधीश ने सरकार से पुछा है कि 90-100 वर्ष पूराने वृक्ष को काटे जाने की पूर्ति किसी भी दशा में नए वृक्ष लगाकर नहीं की जा सकती। श्री गोयल ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे पूराने वृक्ष काटने पर रोक लगने के साथ साथ पर्यावरण को होने वाली हानि से बचा जा सकेगा और सरकारों व प्रशासन की मनमानी पर अंकुश लगेगा।

संपर्क —
रमेश गोयल
(पर्यावरणविद)
राष्ट्रीय संस्था पर्यावरण प्रेरणा के संस्थापक
राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा भारत विकास परिषद्
राष्ट्रीय पूर्व मन्त्री पर्यावारण
G-114, Faze 1, Ashok,Vihar,Delhi-110052
Ph. 01666-221757
M. 09416049757

Related post

भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

भाषा मानवता को समझने का एक पासपोर्ट है- श्री टिम कर्टिस, निदेशक, यूनेस्को प्रतिनिधि

पीआईबी दिल्ली : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने 21 और 22 फरवरी 2025 को…
रक्षा मंत्रालय  के साथ ₹697.35 करोड़ के अनुबंध पर हस्ताक्षर

रक्षा मंत्रालय  के साथ ₹697.35 करोड़ के अनुबंध पर हस्ताक्षर

पीआईबी( दिल्ली) — रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के लिए 697.35…
बेटे अब्दुल रफ़ी बाबा सऊदी अरब की जेल में बंद साइबर-संबंधित अपराधों और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करने” के लिए 11 साल की सज़ा

बेटे अब्दुल रफ़ी बाबा सऊदी अरब की जेल में बंद साइबर-संबंधित अपराधों और सोशल मीडिया पर…

श्रीनगर: (कश्मीर टाइम्स) हर सुबह, जैसे ही श्रीनगर में पहली किरण फूटती है, 65 वर्षीय मंज़ूर-उल-हक…

Leave a Reply