- February 21, 2015
पर्याप्त मात्रा में स्वाइन फ्लू की दवाइयां व टेस्टिंग किट: स्वास्थ्य मंत्री
शिमला (हि०प्र०) – स्वास्थ्य मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर ने आज इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला (आईजीएमसी) का दौरा कर स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए अस्पताल द्वारा किए गए इंतजामों का जायजा लिया। वह अस्पताल में उपचाराधीन स्वाइन फ्लू से पीडि़त मरीजों से मिले और उनका कुशल क्षेम जाना। श्री ठाकुर ने इसके उपरांत स्वाइन फ्लू परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण भी किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने आईजीएमसी प्रबंधन के साथ बैठक कर प्रदेश में स्वाइन फ्लू के मामलों के संदर्भ में पूरी स्थिति व अस्पताल द्वारा किए गए प्रबंधों का ब्योरा लिया तथा इससे और प्रभावी तरीके से निपटने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। श्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेशभर में स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, दवाइयों और टेस्ट किटों का आरक्षित कोटा भी उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में टेमी फ्लू, एन-95 मास्क और पीपीई किट्स उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश में स्वाईन फ्लू से निपटने के लिए समुचित प्रबन्ध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक एच1एन1 वायरस (स्वाइन फ्लू) के 59 संदिग्ध प्रभावितों के परीक्षण करवाए गए हैं, जिनमें से केवल 16 मामले पाॅजीटिव पाए गए। श्री ठाकुर ने कहा कि आईजीएमसी शिमला में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए एक और आइसोलेशन वाॅर्ड स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में स्वाइन फलू के लक्षणों के संभावित मामलों की जांच रिपोर्ट तुरंत मुहैया करवाने के लिए एक और टेस्टिंग मशीन स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं।
डा. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा में टेस्टिंग मशीन भी सुचारू रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग स्वाईन फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह सजग है तथा प्रदेश भर में स्वास्थ्य संस्थानों को स्वाईन फ्लू के संभावित लक्षणों वाले मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में उत्तरी भारत से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की आमद के दृष्टिगत स्वाईन फ्लू के संभावित लक्षणों वाले मामलों पर नजर रखने एवं प्रभावी तरीके से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों की जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आयोजित हो रहे बड़े मेलों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टाॅल लगाकर लोगों को स्वाइन फ्लू से सावधानी व बचाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा होर्डिग लगाकर तथा समाचार पत्रों एवं इलैक्ट्रानिक चैनलों के माध्यम से भी लोगों को स्वाईन फ्लू के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
श्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा खंड चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य संस्थानों में तैनात चिकित्सकों, आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अतिरिक्त इन क्षेत्रोें में सेवाएं दे रहे निजी चिकित्सकों के साथ बैठक करने एवं स्वाइन फलू से सम्बन्धित सभी तरह की जरूरी जानकारियां प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, इन्हें अपने क्षेत्रों में सभी पुरूष एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पंचायत प्रतिनिधियों को भी स्वाइन फ्लू के संदर्भ में जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ये सभी लोग अपने-अपने क्षेत्रों में आम जन को स्वाईन फ्लू के प्रति सजग कर सकें।
बैठक के उपरांत, स्वास्थ्य मंत्री आपातकालीन वार्ड में भी उपचाराधीन मरीजों से मिले और उनका कुशल क्षेम जाना। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.सी. धीमान और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकरियों सहित आईजीएमसी प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी भी स्वास्थ्य मंत्री के साथ उपस्थित थे।