- January 30, 2017
पर्यटन क्षेत्र विकास की असीम संभावनायें हैं – सांसद रीती पाठक
सीधी (विजय सिंह)—–जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, इनको विकसित कर तथा यहां पर अधोसंरचना एवं अन्य सुविधाओं का विकास कर सर्किल के रूप में विकसित कर इस जिले को पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेष और देष में नई पहचान दिलाई जा सकती है। वह सीधी जिले में पर्यटन की संभावनाओं पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं।
सांसद श्रीमती पाठक ने कहा कि जिले को पर्यटन के क्षेत्र में वाइल्डलाइफ टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट के रूप में इकोटूरिज्म, कल्चरल टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा सकता है। पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए आवष्यक है कि जिले में पर्यटन हेतु अधोसंरचना का विकास किया जाय और अन्य सुविधाएं विकसित करने के साथ ही व्यापक रूप से इसका प्रचार-प्रसार किया जाय।
पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए पर्याप्त आवंटन की आवष्यकता होगी इसके लिए प्रदेष एवं केन्द्र सरकार आवष्यक आवंटन उपलब्ध कराएगी। अतः जिले में पर्यटन के रूप में क्षेत्रों का चिन्हांकन कर इसका सूचीकरण किया जाय तथा पर्यटन की जानकारी देने के लिए एक बेवसाइट विकसित की जाय।
उन्होंने कहा कि संजय टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 16 टाइगर हो चुके हैं। ये निष्चित रूप से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा। अतः कान्हा, बांधवगढ़ एवं संजय टाइगर रिजर्व को भी पर्यटन सर्किल के रूप में जोड़ा जा सकता है। इसके साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा परसिली रेस्टहाउस को विकसित एवं सुविधाजनक बनाने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा एक करोड़ रूपए और नौढ़िया कठ बंगला को विकसित करने के लिए 80 लाख रूपए का आवंटन उपलब्ध कराया गया है। इसी तर्ज पर जिले के प्राकृतिक सौन्दर्य से युक्त गेस्ट हाउसों को विकसित किया जा सकता है।
प्रभारी कलेक्टर सुनील दुबे ने बैठक का संचालन करते हुए बताया कि जिला स्तरीय पर्यटन परिषद का गठन कर दिया गया है। पर्यटन के क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा निवेष करने के उद्देष्य से उन्हें भूमि उपलब्ध कराने के लिए भूमि बैंक की स्थापना की जानी है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले में विंध्य उत्सव का आयोजन किया जाएगा। पर्यटन विभाग जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में क्रियान्वयन के लिए भूमि की मांग कर चुका है।
उन्होंने कहा कि सीधी जिले में पर्यटन हेतु पर्यटकों के लिए पैकेज का अभाव है। अतः यहाॅ पूर्ण पर्यटक पैकेज तैयार करना होगा। जो पर्यटक सीधी में पर्यटन के उद्देष्य से आ रहे हैं उनके रूकने के लिए उच्च स्तरीय गेस्टहाउस, गुणवत्ता पूर्ण खाना तथा शाम एवं रात्रि में कल्चरल गतिविधियों की समुचित व्यवस्था करनी होगी।
संजय टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक आर.एन. वर्मा ने बताया कि संजय टाइगर रिजर्व द्वारा पर्यटन के विकास के लिए कुछ क्षेत्र विकसित किए जा चुके हैं। इसमें पर्यटकों के लिए कुसमी क्षेत्र में रमदा में झरना, भदौरा में 300 से 400 मीटर गहरी खाई, भुइमाड़ के पास गुफा,मझौली में कोरमा बाकिंग सेन्टर, करवाही वन ग्राम में गिद्धा पहाड़, मड़वास में राजागढ़ी, टमसार में बरचर डैम एवं सूर्यास्त का दृष्य तथा मड़वास में स्थित जमधर डेम में वोटिंग के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर रही है।
एसडीएम शैलेन्द्र सिंह ने जिले में पर्यटन के लिए विकसित करने हेतु क्षेत्रों का सुझाव देते हुए गोपद बनास में गोपालदास बांध में वाटर स्पोर्ट एवं गेस्टहाउस, गोरियरा बांध एवं मंदिर, डेम्हा-देवघटा में सोननदी का किनारा, डेम्हा का षिव मन्दिर, बढ़ौरा का षिव मन्दिर,जमुनिहा बांध, कुबरी की नहर पर एडवेन्चर गतिविधियाॅ, जोगदहा घाट, सोननदी का पुल, गऊघाट एवं कोलदहा पुल में एडवेन्चर गतिविधियाॅ, गांधीग्राम का गेस्टहाउस, सारो बांध में वाटरस्पोर्ट, महान नहर का बांध,मूड़ी पहाड़ मंदिर,बाणभट्ट समारोह,कुसमी पहाड़ में एडवेन्चर गतिविधियाँ,शिकारगंज,गोपद बनास संगम एवं बांध स्थल,घोघरा मंदिर, बहरी में वन विभाग और पीडब्ल्यूडी का गेस्टहाउस,सिहावल गेस्टहाउस (नदी तट),सोन घड़ियाल,फारेस्ट गेस्ट हाउस, बगदरा अभ्यरण्य, संजय गांधी टाइगर रिजर्व,टिकरी गेस्टहाउस, चन्दरेह मंदिर,रमदहा कुंड भुइमांड़,नेबूर नदी तट,खुर्चू, कमर्जी वाणसागर नहर, मझौली फारेस्ट गेस्टहाउस, छुहिया घाटी हनुमान जी का मंदिर, छुहिया घाटी का गढ़ी किला, सीधी-शहडोल मार्ग स्त्रोता स्थान, बनास नदी पुल,झोलूटोला, पोखरा सारो, गांधीग्राम मार्ग, हनुमानगढ से धनगवां,दुधमनियाफारेस्ट एवं मार्ग और गणेश मंदिर,कठौली का दुर्गा मंदिर, शिव मंदिर एवं विष्णु मंदिर, चुरहट रेस्टहाउस, रामपुर गेस्टहाउस, सीधी जिले में सिंचाई विभाग के नहर एवं समस्त गेस्टहाउस, मड़वास रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर दूरी पर चेकडेम एवं नहर (भूमिगत नहर),हर्दी की बाणसागर नहर एवं (भूमिगत नहर), बनास नदी का पत्थरों वाला तट,डोल-बहरी की सीमा पर गोपद नदी का किनारा, सोन व गोपद नदी के संगम पर बना बिछरी टापू जो चारो ओर पानी से घिरा रहता है, दुबरीअभ्यारण्य, वस्तुआ-पोड़ी, भुईमाड़ एवं टमसार के गेस्टहाउस को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित कर जिले को नई पहचान दी जा सकती है।
बैठक में प्रभारी कलेक्टर सुनील दुबे, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, संजय टाईगर रिजर्व के संयुक्त संचालक आर.एन. वर्मा, एसडीएम शैलेन्द्रसिंह, बी.के.पाण्डेय, मनोज मालवीय, अखिलेष सिंह, वनमण्डल के अनुविभागीय अधिकारी के.के. शुक्ल, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री राजराम तखरैया एवं पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
स्वतंत्र पत्रकार
19, अर्जुन नगर सीधी