- June 17, 2017
न्याय की मांग —उल्टे जाम लगाने का मामला दर्ज
झज्जर/बहादुरगढ़(पत्रकार गौरव शर्मा)——- बहादुरगढ़ शहर के लाइनपार विकास नगर निवासी बिमला का कहना है कि पुलिस उसके बेटे सचिन की मौत के मामले में आरोपियों पर तो कार्रवाई कर नहीं रही बल्कि उसकी मदद करने वाले बुल्लड़ पहलवान व पार्षद संदीप पर जाम लगाने का मामला दर्ज कर उन्हें परेशान कर रही है।
26 अप्रैल को जब मैंने व अन्य लोगों ने झज्जर चौक पर अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए जाम लगाया था तब इन दोनों ने पुलिस व हमारे बीच मध्यस्थता कर जाम खुलवाने में मदद की थी और निखिल के शव का अंतिम संस्कार करवाया था।
मगर पुलिस ने इन दोनों पर ही जाम लगाने का मामला दर्ज कर लिया। उन्होंने इस मामले को वापस लेने की मांग की है। अगर मामले को वापस नहीं लिया गया तो वे सड़क पर उतरकर रोष प्रदर्शन करेंगे। बिमला शुक्रवार को अपने परिवार की महिलाओं के साथ झज्जर चौक पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी।
बिमला ने बताया कि 14 अप्रैल को उसके बेटा सचिन गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसकी मौत हो गई थी। 26 अप्रैल को उन्होंने परिवार के साथ-साथ पड़ोस के लोगों के साथ मिलकर सचिन का शव झज्जर चौक पर रखकर जाम लगा दिया था।
जाम की सूचना पाने पर बुल्लड़ पहलवान व वार्ड एक से पार्षद संदीप भी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस जाम खुलवाने का प्रयास कर रही थी तो मैं अपने बेटे को न्याय दिलाने तथा मामले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ी थी। उस समय पुलिस के साथ मध्यस्थता करके बुल्लड़ पहलवान व पार्षद संदीप ने उन्हें आश्वासन दिया था और जाम खुलवाया था।
बुल्लड़ ने अपनी कार में मेरे बेटे का शव रखवाकर अंतिम संस्कार भी करवाया था। उस समय पुलिस ने कहा था कि बुल्लड़ पहलवान व संदीप को तफ्तीश में शामिल करेंगे लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया और उसके बेटे की मौत को एक सड़क हादसा करार दे दिया और बुल्लड़ पहलवान व पार्षद संदीप समेत कुछ लोगों पर जाम लगाने का मामला दर्ज कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन ने इस मामले को वापस नहीं लिया तो वे सड़क पर उतरकर रोष प्रदर्शन करेंगे।