• September 15, 2019

निवेश रस्म अदायगी के लिए करार नहीं होंगे —– मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

निवेश रस्म अदायगी के लिए करार नहीं होंगे —– मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

भोपाल :—– मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में वास्तविक औद्योगिक निवेश हो और इसका लाभ प्रदेश को मिले, इस सोच के साथ मध्यप्रदेश सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महज रस्म अदायगी के लिए करार करने की बजाय जमीन पर उद्योगों की स्थापना हो और हमारे प्रदेश के लोगों को रोजगार मिले इसके लिए हम सुनियोजित तरीके से काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंशा के साथ जो भी प्रदेश में निवेश करेगा, उन्हें सरकार पूरी सुविधाएँ और सहयोग देगी। श्री नाथ आज इन्दौर में सीआईआई के लीडरशिप कॉनक्लेव को संबोधित कर रहे थे। कॉनक्लेव में लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्धन सिंह भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए अक्टूबर माह में इन्दौर में “मेग्नीफीशिएन्ट मध्यप्रदेश” इन्वेस्टर समिट की जा रही है। प्रदेश की आर्थिक उन्नति के लिए सरकार चिंतित है और इस दिशा में गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिले। इसके लिए जो भी निवेश प्रदेश में आएगा उन्हें पूरी सुविधाएँ और सहयोग राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नई तकनीक से लोगों की जीवन-शैली में बदलाव आ रहा है। नई तकनीकी के मुताबिक उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को तैयार रहना होगा। श्री नाथ ने कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है।

कृषि क्षेत्र को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने से हम एक बड़ी आबादी को खुशहाल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि हमारे प्रदेश की खेती-किसानी परंपरागत तरीकों की बजाय खेती की आधुनिक तकनीक से जुड़ें। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम प्रदेश में उद्यानिकी और कृषि आधारित खाद्य प्र-संस्‍करण इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहित कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों से अपील की कि वे निवेश को आकर्षित करने के लिये ब्रांड एबेस्डर बनकर काम करें। इस मौके पर उपस्थित उद्योगपतियों से मुख्यमंत्री ने सीधा संवाद कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया।

कार्यक्रम को बजाज फिनसर्व कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सीईओ श्री संजीव बजाज, सीआईआई के मध्यप्रदेश चेप्टर के चेयरमेन श्री प्रवीण अग्रवाल और पूर्व चेयरमेन श्री अंशुल मित्तल ने भी संबोधित किया।

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply