• July 13, 2017

निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिये 69 नए सब-स्टेशन

निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिये 69 नए सब-स्टेशन

जयपुर———–जयपुर डिस्कॉम के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले उपभोक्ताओं को बिना ट्रिपिंग के अच्छी गुणवत्ता की बिजली उपलब्ध कराने एवं छीजत में कमी लाने के लिए निगम द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में 33/11 केवी. के 69 नए सब-स्टेशन एवं 552 किमी. लाइन का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।

जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री आर.जी.गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शहरों के समान निर्बाध बिजली आपूर्ती सुनिश्चित करने, विद्युत के लगातार बढ़ रहे लोड को विद्युत तंत्र द्वारा वहन करने एवं छीजत में लक्ष्य के अनुरुप कमी लाने के लिए वर्तमान में स्थापित विद्युत तंत्र के सुदृृढीकरण के साथ ही आवश्यकतानुसार प्रति वर्ष नए सब-स्टेशनों बनाए जाते है। इसके अतिरिक्त स्थापित सब-स्टेशनों की क्षमता में वृद्धि, 33 केवी की नई लाईनें का निर्माण व पुरानी लाईनों के सुधार का कार्य किया जाता है।

उन्होंने बताया कि बढ़ते हुए विद्युत भार के अनुसार विद्युत तंत्र को मजबूत करने के लिए वर्ष 2017-18 में बनाए जाने वाले 33/11 केवी. के सब-स्टेशनों में से 31 सब-स्टेशन एवं 552 किमी. लाईन का सम्पूर्ण व्यय निगम द्वारा वहन किया जाएगा, इसके लिए बजट में 52.07 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

शेष 38 सब-स्टेशन एवं लाईन का निर्माण दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के द्वितीय चरण के अन्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष में ही किया जाना प्रस्तावित है। इन शेष सब-स्टेशनों एवं लाईन निर्माण की लागत का 60 प्रतिशत भारत सरकार एवं 40 प्रतिशत डिस्कॉम द्वारा वहन किया जाएगा।

श्री गुप्ता ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) के प्रथम चरण में करीब 16 हजार वितरण ट्रान्सफॉर्मरों की स्थापना तथा 8 हजार किमी लाईन स्थापित करना प्रस्तावित है। इनके सापेक्ष माह मार्च 2017 तक 8742 वितरण ट्रान्सफॉर्मर एवं 4518 किमी लाइन की स्थापना की जा चुकी है एवं शेष कार्य प्रगति पर है।

डीडीयूजीजेवाई के द्वितीय चरण में 33/11 केवी के नए सब-स्टेशन स्थापित करने के अलावा विद्युत तंत्र के सुदृढीकरण के अन्य कार्य भी किए जाने प्रस्तावित है। इससे सब-स्टेशनों एवं लाइनों पर विद्युत भार कम होगा एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत तंत्र में भारी सुधार होगा। इस योजना के तहत कार्यादेश जारी किये जा चुके हैं। इन कार्यों से वर्ष 2019 तक ‘‘24/7 विद्युत सबके लिए’’ लक्ष्य को प्राप्त करना संभव हो सकेगा।

नए सब-स्टेशन के मापदण्ड

सब-स्टेशन जहां निर्धारित से अधिक भार हो एवं लाईनों पर छीजत अधिक है तथा उनकी लाईनों के वोल्टेज रेग्यूलेशन निर्धारित सीमा से अधिक है तथा ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढाने से भी वोल्टेज रेग्यूलेशन में कमी संभव नही हो तो वहां नए 33/11 केवी सब-स्टेशन की स्थापना की जाती है।

इसमें 11 केवी में वोल्टेज रेग्यूलेशन 8 प्रतिशत से कम एवं 33 केवी में 9 प्रतिशत से कम होनी चाहिए। यदि वोल्टेज रेग्यूलेशन इस सीमा से अधिक हो जाता है तो नए सब-स्टेशन की स्थापना की जाती है।

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