• February 26, 2016

निराशाजनक है रेल बजटः मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह

निराशाजनक है रेल बजटः  मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह

मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार ने बिलासपुर-भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेल मार्ग, जो सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, का मामला अनेक बार उठाया है, लेकिन केन्द्रीय बजट में कहीं पर भी इसका उल्लेख नहीं है।

उन्होंने कहा कि पिछले दो वित्तीय वर्षों 2014-15 और 2015-16 की तरह इस बार भी केन्द्रीय बजट में नंगल-तलवाड़ा रेल लाईन के विस्तार तथा जोगिन्द्रनगर-पठानकोट छोटी रेल लाईन को बड़ी लाईन में परिवर्तित करने के लिए अपर्याप्त धन राशि दर्शाई गई है, जो केवल एक दिखावा है।

श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि पिछले 20 वर्षों से नंगल-तलवाड़ा रेल लाईन का निर्माण कार्य ठण्डे बस्ते में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्तमान रेल लाईनों के विस्तार तथा कुछ अन्य रेल लाईनों के लिए जनवरी, 2016 में केन्द्रीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु को एक आग्रह पत्र भी लिखा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी रेल लाईन के लिए भूमि अधिग्रहण लागत सहित 25 प्रतिशत धनराशि और चण्डीगढ़-बद्दी रेल लाईन के लिये परियोजना लागत का 50 प्रतिशत प्रदान करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है तथा चण्डीगढ़-बद्दी रेल लाईन के लिए 2 करोड़ रुपये का राज्य हिस्सा जारी भी कर दिया है, लेकिन रेल मंत्रालय सेे इस सम्बन्ध केवल आश्वासन ही मिले हैं। इससे राज्य में औद्योगिक प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित हुई है।

उन्होंने कहा कि राज्य में केवल कांग्रेस सरकार ने वर्तमान रेल सम्पर्क के विस्तार और लेह रेल लाईन सहित कुछ नए सर्वेक्षण करवाने का मामला उठाया है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि रेलवे मंत्रालय का व्यवारिक तौर पर कुछ करने के बजाए केवल बड़े-बड़े वायदे करने में ही विश्वास है।

रेल बजट को दूरदर्शिता विहीन करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में कोई भी नए लक्ष्य निर्धारित नहीं किए गए हैं तथा ऐसा प्रतीत होता है कि केन्द्रीय सरकार ने देश के लोगों को महज स्वप्नों का जाल बुना है, और इसके पीछे कोई विशेष सोच नहीं है।

मुख्यमंत्री ने रेल बजट को खोखला एवं निराशाजनक करार दिया है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से रेल बजट में हिमाचल प्रदेश के लोगों की आशाओं से खिलवाड़ किया गया है।

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