- July 30, 2015
निकाय चुनाव-2015 आदर्श आचार संहिता की कड़ाई से हो पालना -आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग
जयपुर – राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री रामलुभाया ने जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि वे प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के दौरान सुचारू कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के साथ आदर्श आचार संहिता की कड़ाई से पालना सुनिश्चित कराएं ताकि प्रदेश में हमेशा की तरह स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न हो सकें।
आयुक्त बुधवार को यहां शासन सचिवालय से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से चुनाव संबंधी तैयारी और कानून एवं व्यवस्था के संबंध में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिस प्रकार राज्य में पंचायत आम चुनाव और निकाय चुनावों के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में सफलता अर्जित की थी, उसी तरह आगामी निकाय चुनाव में भी वे पूरी तरह सजगता दिखाएं।
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मतदाता सूचियां समय पर तैयार होने के फलस्वरूप ही समयबद्घ कार्यक्रमानुसार मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन हुआ। आयुक्त ने कहा कि कई जिलों से आयोग को ऐसी शिकायतें मिली हैं कि मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन के बाद नाम जोडऩे, हटाने संबधी प्रार्थना पत्रों को उपखंड अधिकारी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में स्पष्ट किया कि ऐसे प्रार्थना पत्रों को एक अगस्त तक स्वीकार किया जाना जरूरी और विधि सम्मत है।
श्री रामलुभाया ने कहा कि आयोग को भविष्य में यदि इस तरह की कोई शिकायत मिलेगी तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ बिना किसी हिचकिचाहट के सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव की पालना सुनिश्चित हो, यह आयोग की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था में निकाय चुनाव नर्सरी की तरह हैं। इसलिए ऐसे चुनावों का महत्व और भी बढ़ जाता है।
उन्होंने चुनाव के दौरान वाहनों के इस्तेमाल और प्रसार-प्रसार के तरीकों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से निरंतर संपर्क और खर्चों के नियंत्रण के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मतदाता सूची पुनरीक्षण में मतदाताओं की कमी और वृद्घि पर चर्चा होने के साथ, चुनाव के लिए प्रशासनिक तैयारियों, कानून एवं व्यवस्था की स्थिति, आदर्श आचार संहिता प्रभावी रूप से लागू करने, आयोग की वेबसाइट पर निर्देशों की उपलब्धता, सांख्यिकी सूचनाओं का आयोग की वेबसाइट पर प्रदर्शित करने, मीडिया रिपोर्ट और शिकायतों की त्वरित कार्यवाही किए जाने आदि चुनाव संबंधी महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। इसके अलावा कई जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षकों ने चुनाव संबंधी विधि सम्मत जानकारी आयोग के अधिकारियों से ली।
गौरतलब है कि 31 जिलों की 129 नगर पालिका (जिनमें तीन नव गठित नगरपालिका सम्मिलित हैं) चुनाव में कुल 3351 वार्डों के लिए 4302 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस बार निकायों के चुनाव में 37 लाख 12 हजार 316 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इनमें 19 लाख 35 हजार 09 पुरूष एवं 17 लाख 77 हजार 260 महिला एवं 47 अन्य मतदाता हैं। सबसे ज्यादा अजमेर जिले में 5 लाख 43 हजार 833 मतदाता एवं सबसे कम 7 हजार 642 मतदाता बांसवाड़ा जिले में हैं।
बैठक में आयोग के सचिव श्री अशोक जैन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
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