• February 10, 2016

निःशुल्क कृत्रिम हाथ लगाने का अनूठा प्रकल्प है – संबल – डॉ. दीपक आचार्य,उप निदेशक संपर्क

निःशुल्क कृत्रिम हाथ लगाने का अनूठा प्रकल्प है – संबल  – डॉ. दीपक आचार्य,उप निदेशक संपर्क

उदयपुर – जरूरतमन्दों  को हरसंभव प्रोत्साहन एवं मदद मानवता की सेवा के वे अनुष्ठान हैं जो औरों को जीवन जीने का सुकून  देने के साथ ही सेवा प्रदाताओं को आत्मतोष का अहसास भी कराते हैं।  इस दृष्टि से राजस्थान का मेवाड़ क्षेत्र भी सेवा, परोपकार एवं सामुदायिक विकास की गतिविधियों में पीछे नहीं है।A.Hand  (2)

खासकर शारीरिक दृष्टि से किसी न किसी प्रकार की आवश्यकता वाले लोगों को सामान्य जीवनयापन प्रदान करने के लिहाज से मेवाड़ क्षेत्र में सेवाभावी संस्थाओं का लम्बा इतिहास रहा है। इसी श्रृंखला में रोटरी क्लब उदयपुर एलीट ने कृत्रिम हाथ लगाने का अनूठा प्रकल्प हाथ में लिया है। राजस्थान में अपनी तरह का यह पहला प्रयास है।

दुर्घटनाओं में हाथ और हथेलियां गँवा देने वाले लोग जिन्दगी भर बेहाथ रहकर अभिशप्त जीवन जीने को विवश हो जाते हैं और हाथों से होने वाले काम नहीं कर पाने की मजबूरी जीवन भर सताए रखती है।

इन लोगों की पीड़ाओं को रोटरी क्लब ने समझा और मौजूदा वर्ष के अपने मिशन ‘‘ बी ए गिफ्ट टू द वल्र्ड’ को साकार करने के लिए अपनी सामाजिक सेवाओें के अन्तर्गत निःशुल्क कृत्रिम हाथ लगाने के लिए ‘संबल’ कार्यक्रम हाथ में लिया। इसके अन्तर्गत रोटरी क्लब डिस्टि्रक्ट 3040 एवं 3052 द्वारा इस वर्ष जून तक एक हजार लोगों को निःशुल्क कृत्रिम हाथ से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 400 से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है।

अपनी तरह के इस विशिष्ट प्रकल्प के अंतर्गत कोहनी के नीचे कटे हाथ वाले दिव्यांग महिलाओं-पुरुषों-बच्चों को अमेरिका के एनल मीडोज प्रोस्थेटिक हेन्ड फाउण्डेशन द्वारा निर्मित उच्च क्वालिटी के कृत्रिम हाथ निःशुल्क लगाए जाते हैंं।

कई खासियतों भरा है कृत्रिम हाथ

       वैश्विक स्तर वाला तथा उच्चतम गुणवत्ता मानदण्डों पर खर उतरने वाला यह कृत्रिम हाथ लगाने-निकालने में अत्यन्त सहज एवं सरल तथा मजबूतटिकाऊ एवं बहुपयोगी हैं इससे 10-12 किलो का वजन आसानी से उठाया जा सकता है। इसकी तीन उंगलियां स्थाई हैं जबकि दो उंगलियां हिलाई जा सकती हैं।

लगभग 400 ग्राम वजन वाले इस कृत्रिम हाथ से लगातार साइकिल, मोटर साइकिल भी चलाई जा सकती है। इस हाथ को लगाने के लिए कोहनी के नीचे कम से कम 4-5 इंच मूल हाथ का हिस्सा होना जरूरी है। एक कृत्रिम हाथ की कीमत 60हजार रुपए से लेकर 2 लाख तक है जिसे निःशुल्क लगाया जा रहा है।

नौ-दस अप्रेल को उदयपुर में होगा शिविर

इस दिशा में रोटरी क्लब उदयपुर एलीट के अध्यक्ष श्री मनीष गलुण्डिया बताते हैं कि क्लब ने अपनी ओर से पहल करते हुए दिव्यांग व्यक्तियों की सेवा के लिए यह सेवा कार्य शुरू किया है। इसके अन्तर्गत आगामी 9 व 10 अप्रेल को उदयपुर में हाथ प्रत्यारोपण शिविर लगाया जाएगा।

इसमें मध्यप्रदेश के इन्दौर से आने वाली विशेषज्ञों की टीम हाथ प्रत्यारोपण करेगी। इसके लिए इन्दौर से दस विशेषज्ञ तकनीशियनों की टीम आएगी जो कृत्रिम हाथ लगाने के साथ ही इसके परिचालन का प्रशिक्षण भी देगी। इस शिविर के लिए एक मार्च तक 2016  तक पंजीकरण जारी है। इस शिविर में कम से कम 250 लोगों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है।

जरूरतमन्द व्यक्तियों को इस कृत्रिम हाथ प्रत्यारोपण की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ऎसे व्यक्तियों का नाम, पते व मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण उदयपुर के उदियापोल स्थित रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर एलीट, होटल गोरबंध को भिजवाया जा सकता है। इसके साथ ही एक फोटो भी भिजवाया जाना चाहिए जिसमें संबंधित व्यक्ति का कटा हुआ हाथ भी साफ-साफ दिखाई दे रहा हो।

राजस्थान में पहली बार हो रहे इस प्रयास को खूब सराहना भी मिली है और शिविर का लाभ पाने वाले लोगों में व्यापक उत्सुकता भी देखी जा रही है। विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ ही व्हाट्सएप व फेसबुक के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार जारी है और इसका यह असर हुआ कि अब तक डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने कृत्रिम हाथ लगवाने के लिए पंजीकरण करवा लिया है।

इनमेंं न केवल उदयपुर संभाग बल्कि राजस्थान के विभिन्न जिलों, उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश आदि प्रदेशों के लोग भी शमिल हैं। कई लोग ऎसे भी हैं जो कोहनी से नीचे के अपने दोनों हाथ गँवा चुके हैैं।

रोटरी क्लब का यह प्रयास मानवता की सेवा का स्वर्णिम अध्याय रचेगा और इससे पीड़ित मानवता की सेवा का पैगाम अन्यों को भी प्रेरित करेगा। यह सेवा कार्य  उन लोगों की जिन्दगी को सुकून देगा जो अब तक हाथ नहीं होने की वजह से सामान्य काम-काज भी नहीं कर पा रहे हैं।

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