- March 9, 2015
नारी की सुदृढ़ व सम्मानजनक स्थिति, समृद्ध व मजबूत राष्ट्र की द्योतक
जयपुर – समाज में नारी की सुदृढ़ व सम्मानजनक स्थिति एक उन्नत, समृद्घ व मजबूत राष्ट्र की घोतक है। प्राचीन धर्म ग्रन्थों में ” यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता” सूत्र वाक्य द्वारा स्त्री के सम्मान को ईश्वर तुल्य बताया गया है।
सांसद श्रीमती अहलावत रविवार को झुंझुनूं के महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि अदर्धनारीश्वर की कल्पना स्त्री और पुरूष के समान अधिकारों तथा उनके संतुलित संबंधों की परिचायक है।
सांसद ने कहा कि निर्भया कांड जैसे विभत्स कृत्य पुरूषों की कुत्सित मानसिकता के परिचायक हंै। इस प्रकार के वीभत्स कृत्य रोकने के लिए लोगों की मानसिकता में परिवर्तन की लाने की जरूरत है। माता बच्चे की पहली पाठशाला है, इसलिए माता को चाहिए कि वो अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें। उन्होंने बेटियों को मान-सम्मान दिलाने के लिए उन्हें पढ़ाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख सुमन रायला ने झुंझुनूं जिले में घटते लिंगानुपात पर चिंता जताई और ”बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ राष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उपस्थित सभी लोगों का आह्वान किया।
इस अवसर पर सांसद, जिला प्रमुख एवं जिला कलेक्टर द्वारा कन्या भू्रण हत्या रोकने की मुहिम के साथ चलने वाले विजय रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा महिला अधिकारिता पुरस्कारों का वितरण भी किया गया। इस दौरान श्री सेवा संस्थान जयपुर द्वारा कन्या भू्रण हत्या, घटता लिंगानुपात तथा सामाजिक मुद्दों पर नुक्कड नाटक के माध्यम से ”बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओÓÓ तथा महिला सशक्तिकरण पर लोगों को जागरूक किया गया।
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