• August 23, 2017

नागौर तांगा दौड़ पर लगी रोक—हाईकोर्ट में याचिका

नागौर तांगा दौड़ पर लगी रोक—हाईकोर्ट में  याचिका

जयपुर—- सहकारिता एवं गोपालन मंत्री श्री अजय सिंह किलक ने मंगलवार को बताया कि शीघ्र ही नागौर में होने वाली परम्परागत तांगा दौड़ पर लगाई गई रोक को हटाने के लिए उच्च न्यायालय के समक्ष याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने बताया कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने नागौर की तांगा दौड के संबंध में न्यायालय द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के परिपेक्ष्य में रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है।

श्री किलक ने बताया कि नागौर की तांगा दौड़ के संबंध में फोटोग्राफ्स तथा तांगा दौड़ में प्रयुक्त होने वाले घोड़ों तथा टट्टूओं की मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के संबंध में किए जा रहे उपचारों के रूप में महत्वपूर्ण साक्ष्य पेश किए गए थे। उन्होंने बताया कि तांगा दौड़ के संबंध में प्रकाशित वैज्ञानिक लेखों तथा इस दौड़ के आयोजन से घोड़ों की प्रजाति के कल्याण पर पड़ने वाले प्रभाव से भी अवगत कराया गया था।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने तांगा दौड़ के लिए सकारात्मक हल निकालने के निर्देश दिए थे।

उन्होंने बताया कि कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री प्रभु लाल सैनी के अध्यक्षता में राज्य पशु कल्याण बोर्ड की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें नागौर की तांगा दौड़ में पशुओं के प्रति किसी प्रकार की हिंसा न हो के संबंध में विशेष उपाय करने के प्रस्ताव दिए थे। इन के आधार पर भारतीय पशु कल्याण बोर्ड अपने स्टेंड को परिवर्तित करने के लिए तैयार हो गया है।

गौपालन मंत्री ने बताया कि केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलात राज्य मंत्री श्री सी आर चौधरी की अध्यक्षता, नागौर के विधायक श्री हबीबुर्ररहमान, जायल विधायक डॉ. मंजू बाघमार तथा नागौर कलक्टर श्री कुमार पाल गौतम द्वारा तांगा दौड़ से जुड़ी संस्थाओं एवं प्रतिनिधियों के साथ तांगा दौड़ को लेकर वार्ता की गई थी, जिसमें सभी प्रतिनिधियों एवं संस्थाओं ने पशुओं के प्रति किसी प्रकार की हिंसा न हो एवं उनके संबंध में अन्य उपाय करने के प्रस्ताव पर सभी ने सहमति प्रदान कर दी थी।

श्री किलक ने बताया कि नागौर की तांगा दौड़ कई वर्षों से चली आ रही है और इस दौड़ में पशुओं के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति बहुत ध्यान रखा जाता है। नागौर जिले एवं आसपास के निवासियों में इस दौड़ के साथ धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई हैं।

राज्य सरकार द्वारा इस दौड़ में घोड़ों तथा टट्टूओं के प्रति सभी प्रकार की क्रूरता के उन्मूलन के लिए प्रभावी उपाय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड तथा उच्च न्यायालय द्वारा जिस प्रकार की पशु क्रूरता को निरोधित किया है उसकी नागौर तांगा दौड़ में पूर्ण पालना करवाई जाएगी।

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