• April 16, 2015

नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा विभाग की समीक्षा- गृह मंत्री

नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा विभाग की समीक्षा- गृह मंत्री

जयपुर- गृह मंत्री श्री गुलाब चंद कटारिया ने बुधवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा विभाग की प्रगति की समीक्षा की।

गृह मंत्री ने कहा कि नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा में स्वंय सेवकों का अधिक से अधिक नियोजन करने हेतु मंदिरों, गैर सरकारी संस्थाओं,नगर निगम, नगर पालिका, यू.आई.टी., एटीएम एवं औद्योगिक क्षेत्रों में सम्पर्क कर प्रभावी प्रयास किये जाये। उन्होंने बड़े मंदिरों (रजिस्टर्ड ट्रस्ट) की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के लिए देवस्थान विभाग को पत्र लिखे जाने के निर्देश दिये।

चिकित्सालयों में होने वाली घटनाओं से बचने के लिए होमगार्ड के जवानों की सेवाएं ली जा सकती है। उन्होंने मंदिरों एवं विभिन्न ट्रस्टों के संबंध में कहा कि वे अपने स्तर पर भी सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता प्रबंध करें ताकि अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।

श्री कटारिया ने गृह रक्षा विभाग में 2010 के बाद रिक्त पड़े पदों को भरने के प्रस्ताव भिजवाने के भी निर्देश दिये। साथ ही एक ही स्थान पर लम्बे समय से ड्यूटी देने वाले स्वयं सेवकों को उनके गृह जिले में लगाये जाने पर भी विचार-विमर्श किया गया। विभागीय लम्बित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण करने के भी निर्देश दिये।

इस अवसर पर महानिदेशक नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा श्री जसवंत सम्पत राम ने विभाग में हुई प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि स्वयं सेवकों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए केन्द्रीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान ग्राम फतेहपुरा, बेगस जयपुर में संचालित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष नागरिक सुरक्षा एवं गृह रक्षा एवं अग्नि शमन के अधिकारी, कर्मचारी एवं स्वयं सेवकों के लिए कुल 43 राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संचालित किये गये, जिसमें 11 विभिन्न प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण दिया गया।

उन्होंने बताया कि राज्य के 21 जिलों में 1095 होमगार्ड स्वयं सेविकाएं भी है जो बदलते परिवेश में नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तत्पर रहती है। महिला होम गार्डस सचिवालय,वन,जेल,यातायात नियंत्रण एवं आबकारी विभाग में अपनी सेवाएं दे रही है।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री ए. मुखोपाध्याय ने स्वयं सेवकों को ड्यूटी भत्ते में वृद्घि, प्रशिक्षण भत्ता, वर्दी धुलाई एवं मैस भत्ता आदि बुनियादी सुविधा के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।

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