- December 6, 2017
नहर के लाईनिंग के कार्यों का आकस्मिक निरीक्षण–रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश
रायपुर—-(छत्तीसगढ)——— सचिव जल संसाधन श्री सोनमणि बोरा ने बलौदाबाजार जिले के पलारी तहसील के अंतर्गत निर्माणाधीन नहर के लाईनिंग के कार्यों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्यांे में लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित उप अभियंता को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कार्यपालन अभियंता श्री संजय दीक्षित, अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन श्री एन.के.पाण्डे को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। सचिव ने नहर लाईनिंग कार्यांे की जांच रिपोर्ट एवं भुगतान प्रक्रिया की विस्तारपूर्वक जानकारी एक सप्ताह के अंदर मुख्य अभियंता जल संसाधन श्री एस.व्ही भागवत के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया।
सचिव जल संसाधन श्री सोनमणि बोरा ने तिल्दाबांधा से चुचरूंगपुर तक निर्माण कार्यों एवं गत वर्ष के कार्यों का निरीक्षण के दौरान स्लीपर एवं लाईनिंग कार्यों में गुणवत्तापूर्वक नहीं पाए जाने के कारण लगभग डेढ़ किमी के निर्माण कार्यों को तत्काल तोड़कर गुणवत्तापूर्वक निर्माण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान आर.डी. 30100 मी. से 31100 मीटर के मध्य में नहर बेड स्लोप में स्लीपर का निर्माण किया गया था। इन स्थलों पर स्लीपर को तोड़ने पर आसानी से कांक्रीट टूटने पर नाराजगी व्यक्त की। विभागीय मापदण्डों के अनुरूप क्रांकीट कार्य नहीं कराए जाने पर इस स्थल पर पूर्ण लंबाई के स्लीपर को खंडित कर एवं मिट्टी को दबाकर पुनः निर्माण करने के निर्देश दिए।
इस तरह आर.डी. 34100 मीटर से 34160 मीटर के मध्य के स्लोप में दरार पाए जाने पर बाएं साईड के 60 मीटर लंबाई को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए। आर.डी. 32700 मीटर से 32730 मीटर लंबाई पेंच रिपेयर को पुनः निर्माण करने के लिए निर्देशित किया। इसी तरह 32400 मीटर के पास की 100 मी. की लाईनिंग में दरार पाए जाने पर 30 मीटर की लाईनिंग को खंडित कर पुनः निर्माण और जिन स्थानों पर फिनिशिंग का कार्य गुणवत्तापूर्वक नहीं किए जाने के कारण ठेकेदार मेसर्स रानी सती गु्रप ग्रेनाईट मनेन्द्रगढ़ के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।
मेसर्स ए.पी. निर्माण एजेन्सी रायपुर द्वारा आर.डी.36200 मी. के पास मिट्टी को बिना दबाये स्लीपर के निर्माण करने पर तत्काल स्लीपर को खंडित कर पुनः बनाने के लिए निर्देशित किया। सचिव जल संसाधन ने क्वालिटी कंट्रोल से संबंधित अमले को चेतावनी दी कि पारदर्शिता के साथ जांच नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख अभियंता श्री हेमराज कोठारी, मुख्य अभियंता, श्री एस.व्ही.भागवत एवं संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।