- April 3, 2018
नशामुक्त, वादमुक्त व शिक्षायुक्त बनायें गांव—-राज्यपाल
जयपुर——— राज्यपाल श्री कल्याण सिंह मंगलवार को कोटा में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिये गये ग्राम डूंगरज्या व फतेहपुर के ग्रामीणों से मिले। गांवों में हुये विकास एवं सकारात्मक परिवर्तन की जानकारी लेकर उन्होंने सतत विकास के लिए गांवों को नशामुक्त, वादमुक्त बनाकर बालिका शिक्षा व जैविक खेती को बढ़ावा देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि आपसी भाईचारा एवं मेल-मिलाप के साथ ंस्मार्ट विलेज बनाने में भागीदार बनें।
राज्यपाल ने कहा कि गांवों में जो बदलाव आया है, उससे आने वाले पीढियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय द्वारा कराये गये विकास कार्यो की प्रंशसा करते हुए कहा कि शिक्षा को आधार मानकर ग्रामीणजन सभी बच्चों को विद्यालय अवश्य भेजें। बालक-बालिकाओं को समान रूप से शिक्षा दिलायें।
सामाजिक कुरीतियों को त्याग कर पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय स्तर पर रोजगार, जैविक खेती के कार्यो को प्राथमिकता दें। उन्होंने सरकारी विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए बच्चों को सरकारी विद्यालय में भेजने एवं शिक्षक उपस्थिति पर भी निगरानी रखकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रयास करने पर जोर दिया।
कोटा विश्वविद्यालय ने डूंगरज्या में सामाजिक जागृति एवं कुरीतियों को मिटाने के लिए कम्प्यूटर साक्षरता, कृषि में नवाचारों, पर्यावरण संरक्षण एवं चिकित्सा शिविर आयोजित किये हैं।
यह हुआ परिवर्तन
ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती मनीषा मीणा, पूर्व सरपंच श्री रामप्रसाद नागर ने विश्वविद्यालय द्वारा गोद लेने के बाद गांव में आये परिवर्तन पर राज्यपाल श्री सिंह का आभार जताया। ग्राम पंचायत में अब सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागृति आई है। बालिकाओं को विद्यालय भेजा जा रहा है।
महिलाएं सिलाई, बुनाई सीख रही हैं। कम्प्यूटर के प्रति भी जागृति आई है।
ये आये सुझाव
ग्रामीणों द्वारा राज्यपाल को डूंगरज्या स्थित संस्कृत विद्यालय में विज्ञान विषय के अध्यापक की नियुक्ति करवाने, उप स्वास्थ्य केन्द्र में पर्याप्त स्टाफ लगाने एवं ग्रामीण पर्यटन के विकास हेतु कार्य करवाने का सुझाव दिया।
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