- May 25, 2015
नगरों की विकास योजनाओं को आउटसोर्स : नगर एवं ग्राम योजना विभाग
हिमाचल प्रदेश – प्रदेश के विभिन्न नगरों के विकास के लिए व्यापक रणनीति बनाने के दृष्टिगत नगर एवं ग्राम योजना विभाग (टीसीपी) ने विकास योजनाएं तैयार करने के कार्र्याें को आउटसोर्स करने का निर्णय लिया है।
विभाग ने वर्ष 2035 तक के लिए हाटकोटी, घुमारवीं, अम्ब-गगरेट, नादौन, सुन्दरनगर, मणिकर्ण, नग्गर, बैजनाथ-पपरोला, रिकांगपिओ और शिमला के लिए विकास योजना तैयार करने का निर्णय लिया है। प्रधान सचिव, टीसीपी, श्रीमती मनीषा नंदा की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित विभाग की समीक्षा बैठक में इस संदर्भ में निर्णय लिया गया।
श्रीमती नंदा ने कहा कि इस संदर्भ में विभिन्न परामर्शदाताओं से पहले ही बैठक की जा चुकी है और इस वर्ष जून माह के अंत तक कार्य आबंटित कर दिया जाएगा। विभाग पावंटा साहिब, रोहड़ू, धर्मशाला और ऊना के लिए संशोधित विकास योजनाएं तैयार करेगा।
मैहतपुर, कंडाघाट, जाबली, सराहन, गरली परागपुर, नेरचैक, बाबा बालक नाथ और सोलंग नगरों के लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी। बैठक में इस वित्त वर्ष के अंत तक योजना अनुमतियों के लिए लोगों को आॅनलाईन आवेदन करने की सुविधा प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया। इससे विभाग की प्रभावी एवं पारदर्शी कार्य प्रणाली सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा कि विभाग लोगों को प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रहा है। नगर एवं ग्राम योजना विभाग के निदेशक श्री संदीप कुमार ने विभाग की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के अन्तर्गत हुई प्रगति का विस्तृत ब्यौरा दिया।