• July 31, 2015

दीर्घकालीन योजनाओं पर जोर : समीक्षा : प्रमुख शासन सचिव

दीर्घकालीन योजनाओं पर जोर :  समीक्षा : प्रमुख शासन सचिव

कोटा, 30 जुलाई –  जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव जे.सी. मोहन्ति ने गुरुवार को कोटा में जनस्वास्थ्य अभियान्ति्रकी विभाग के कोटा ,बून्दी एवं बॉरा जिलों के अधिकारियों की पेयजल से सम्बन्धित समीक्षा बैठक ली।

       बैठक में तीनो जिलों की ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से संबंधित पेयजल व्यवस्था बाबत विस्तृत चर्चा एवं विचार विमर्श किया गया। बैठक में इन जिलाें में चल रही वृहद योजनाओं मण्डाना-बोराबास, नागदा-अन्ता-बलदेवपुरा एवं चम्बल-बून्दी योजनाओं की भी विस्तृत समीक्षा की गई।

       प्रमुख शासन सचिव ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोटा नगर में हो रहे व्यापक एवं त्वरित विकास तथा नगर के बाहरी क्षेत्रों में विभिन्न संस्थाओं एवं बिल्डराें द्वारा विकसित किये जा रहे क्षेत्रो में जलापूर्ति के लिए पेयजल की आधारभूत सरंचना विकसित करने के लिए दीर्घकालीन योजनाएं बनाएं। इसके लिए सभी सम्बन्धित पक्षाें एवं विभागों से समन्वय स्थापित कर सहभागिता आधार पर योजना बनाने व नीति निर्धारण के लिए  प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये गये।

       प्रमुख शासन सचिव ने तीनों जिलों में राजस्थान के अन्य जिलाें की अपेक्षा अधिक औसत वर्षा से उपलब्ध जल को सरंक्षित करने के लिए जल संसाधन विभाग, भूजल विभाग एवं अन्य सम्बन्धित विभागों के साथ चर्चा एवं समन्वय कर जिले वार कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये।

       उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोटा नगर में विभाग द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे पेयजल की उच्च गुणवत्ता के बारे में आम लोगों को जागरूक कर उनमें यह विश्वास उत्पन्न करें, कि जन स्वास्थ्य अभियान्ति्रकी विभाग द्वारा आपूर्ति किये जा रहे पानी की गुणवत्ता,पैकेज्ड़ पानी से किसी भी प्रकार कम नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि विभागीय उच्च जलाशयों पर पेयजल की गुणवत्ता को आलेखित किया जावे जिससे कि आम जन गुणवत्ता के प्रति आश्वस्त हो।

       मोहन्ति ने वृहद योजनाओं की समीक्षा के दौरान योजनाआें के विलम्ब का एक मुख्य कारण योजनाओं में शामिल कठिन वित्तीय शर्तो का होना भी अनुभव किया जिसके कारण कार्यकारी एजेन्सीज के पास कार्यो को करने के लिए पर्याप्त नकद प्रवाह की तरलता नहीं रह पाती। इस संबंध मे वर्तमान में चल रही नीतियों में आवश्यक एवं यथोचित परिवर्तन करने के लिए प्रारूप तैयार करने के निर्देश उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिए।

       जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग क्षेत्र कोटा के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता रामकिशन भारतीया ने विभागीय योजनाओं पर जानकारी दी।

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