- April 8, 2022
दिव्यांग बच्चों के जीवन में खुशियाँ और उमंग भरना हमारा कर्त्तव्य है
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दिव्यांग बच्चों के जीवन में खुशियाँ और उमंग भरना हमारा कर्त्तव्य है। दिव्यांग बच्चों को यदि थोड़ा सहयोग मिल जाए तो, वे दुनिया में चमत्कार कर सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिव्यांग नाम देना उनके सोच की व्यापकता को बताता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्पेशल ओलिम्पिक भारत मध्यप्रदेश के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज तथा सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, स्पेशल ओलिम्पिक भारत, मध्य प्रदेश के क्षेत्रीय निदेशक श्री दीपांकर बनर्जी, प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय श्री प्रतीक हजेला, आयुक्त नि:शक्तजन श्री संदीप रजक तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दिव्यांगजन की क्षमताओं को पहचान कर उनके सर्वांगीण विकास के लिए गतिविधियाँ संचालित करने की दिशा में यह सराहनीय प्रयास है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फिल्मी गाने “अपने लिए जिए तो क्या जिए-तु जी ए दिल जमाने के लिए” का उल्लेख करते हुए कहा कि दिव्यांगजन की आजीविका के बेहतर प्रबंध और उनके जीवन को सामान्य बनाने के लिए प्रयास करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि दिव्यांग बच्चों के चेहरों पर खुशी आती है तो हमारी जिंदगी सफल और सार्थक हो जाती है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम स्थल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज परिसर में संतरे का पौधा लगाया। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन तथा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया तथा स्क्रीनिंग शिविर का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री दौलत सिंह, अजय धनक, मोहम्मद रहमान, सुनील बिल्लोरे, अनिल पटेल और सुश्री फिजा को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए।
स्पेशल ओलिंपिक्स का उद्देश्य मानसिक रूप से नि:शक्त व्यक्तियों को प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमता का प्रदर्शन करने का अवसर उपलब्ध कराना है, जिससे वे समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त कर अपना स्थान बना सकें। साथ ही उन्हें उनकी नि:शक्तता के साथ समाज में स्वीकृति मिल सके।
स्वतंत्र भारत के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव में देश के 75 जिलों के 75 हजार बौद्धिक दिव्यांगजन का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर अमृत महोत्सव में योगदान दिया जा रहा है। प्रदेश में उज्जैन, टीकमगढ़, भोपाल, जबलपुर और इंदौर में बौद्धिक दिव्यांगजन के लिए स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम किए जा रहे हैं। कार्यक्रम को चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने भी संबोधित किया। आयुक्त नि:शक्तजन श्री संदीप रजक द्वारा आभार माना गया।
भाषा परस्पर संप्रेषण का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।फिर चाहे पर बोलकर हो या फिर सांकेतिक रूप से भावों की अभिव्यक्ति हो।
आज दिव्यांग बच्चों के महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मेरे भावों को इन बच्चों तक पहुंचाने सांकेतिक भाषा में की गई संवाद की व्यवस्था के लिए मैं आयोजकों का आभारी हूं : CM pic.twitter.com/3u853Yw7j1
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) April 7, 2022