• August 24, 2017

दिव्यांगों का अधिकाधिक पंजीकरण कर उन्हें स्वावलंबी बनाये -अतिरिक्त मुख्य सचिव

दिव्यांगों का अधिकाधिक पंजीकरण कर उन्हें स्वावलंबी बनाये -अतिरिक्त मुख्य सचिव

जयपुर—— सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री जेसी महान्ति ने कहा कि निशक्तजनों को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी पहचान कर उनका पंजीकरण करवाना बेहद जरूरी है। उन्होंने आव्हान किया कि राज्य का कोई भी निशक्तजन पंजीकरण से वंचित ना रहे।

श्री महान्ति बुधवार को शासन सचिवालय परिसर में आयोजित वीडियो कान्फे्रंसिंग में पं दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविरों की प्रगति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों से जानकारी ले रहे थे। उन्होंने कहा कि जितने ज्यादा निशक्तजन पंजीकृत होकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेंगे समाज उतना सशक्त होगा।

उन्होंने इस दौरान सभी जिलों में शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों से बात की और पंजीकरण के दौरान आने वाली समस्याओं का जायजा लिया।

श्री महान्ति ने कहा कि पहले जहां केवल 10 बीमारियां निशक्तता की श्रेणी में आती थी वहीं अब 21 बीमारियां इसमें शामिल की गई हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों में आ रहे दिव्यांग बच्चों का कंप्यूटरीकृत स्कूलों, अटल सेवा केद्रों और ई मित्र के जरिए पंजीकरण करवाना ना भूलें। उन्होंने कहा कि राज्य के 10 लाख दिव्यांगजनों के पंजीकरण करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें से कुछ ही दिनों में 2 लाख 90 हजार से ज्यादा दिव्यांगों का पंजीकरण हो चुका है, जल्द ही हम अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।

विशेष योग्यजन निदेशालय के निदेशक डॉ. समित शर्मा ने भी सभी जिलों में चल रहे पंजीकरण की जिलावार प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अलवर जिले को एक दिन में 23 हजार से ज्यादा दिव्यांगों का पंजीकरण करने पर बधाई भी दी और अन्य जिलों को ऎसा ही काम करने के लिए प्रेरित भी किया।

उन्होंने कहा कि किसी भी जगह यदि ई मित्र केंद्र पंजीकरण करने के एवज में पैसे की मांग करता पाया जाए और शिकायत सही मिलने पर अधिकारी उसका लाइसेंस भी रद्द कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को आयोजित निशक्तजन कैंपों में पंजीकृत दिव्यांगों को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे, इसके लिए अधिकाधिक पंजीकरण होना सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती रोली सिंह, समेकित बाल विकास सेवाएं की निदेशक श्रीमती शुचि शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के श्री वीके माथुर, श्री रवि शर्मा, शिक्षा विभाग के श्री आकाश अरोड़ा सहित कई अधिकारियों ने विभागीय अधिकारियों से जानकारी लेकर उन्हें कम समय में बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया।

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