- May 28, 2017
तेलंगाना-बीजेपी का स्तरीय आधार नहीं – शैलेश कुमार
तेलंगाना 2014 में संयुक्त आँध्रप्रदेश का उत्तर -पश्चिमी भाग पृथक अस्तित्व में देश का 29 राज्य बना।
इसका क्षेत्रफल 112,077 वर्ग किलोमीटर (43,273वर्ग मील ) है। 2011 के जनगणना के अनुसार 35,193,978 आवादी है। यह देश का 20 वां बड़ा राज्य है और 20 वां सघन आवादी वाला राज्य है।
उत्तर -पश्चिम में महाराष्ट्र , उत्तर में छत्तीसगढ़ ,पश्चिम में कर्नाटक और पूर्व और दक्षिण में आँध्रप्रदेश है।
साक्षरता – 66.46% और भाषा –तेगलु और उर्दू।
विधान सभा सीट –119 और लोकसभा -सीट – 17 है।
टीआरएस का दावा है की वह 111 सींटे जीतने जा रही है । वह इस आधार पर सही है की टीआरएस के नेतृत्व में ही तेलंगाना अस्तित्व में आया है ।
बीजेपी का कोई स्तरीय आधार नही है फिर भी अगर मोदी के भाषणों से मतदाता प्रभावित होते है तो कुछ सीटों से खाते खुल सकती है क्योंकि अहिंदी राज्य में प्रधानमंत्री मोदी के आने पर ही लोगों में इस पार्टी का एक पार्टी के रुप में पहचान बन रही है.
अत: वहाँ के मतदाता टीआरएस को उदास नहीं करना चाहेगी। जैसे की भारतीय मतदाताओं की भावनात्मक मानसिकता है । वह भावना में बहने की आदि है।
आने वाले चुनाव में यहां मुस्लिम और क्रिश्चियन निर्णायक अवस्था में नहीं है कुल मिलाकर सत्ता का निर्णायक हिन्दू ही है। मुस्लिम 12 % -15 % के बीच में है।