तुम से मुलाकात : मनोज कुमार “मनु”

तुम से मुलाकात  : मनोज कुमार “मनु”

ना लगता जीवन नीरस सा, सुधबुध मेरी ना खोती,
कितना अच्छा होता जो तुम से मुलाकात ही ना होती,

दिन के चमकते उजालों में,
ना सोया सोया रहता,
जागते हुए भी सपनों में,
ना खोया-खोया रहता,

ना जलती देह विरहाग्नि में,जिन्दगी यूँ बरबाद ना होती,
कितना अच्छा होता जो तुम से मुलाकात ही ना होती,

ना काया ठूठ सी होती,
ना अधर ही नीरस होते,
ना उलझे-उलझे होते केश,
ना नैना रक्त-अश्रु रोते,

वसंत में भी जिन्दगी मेरी सूखे उपवन सी ना होती,
कितना अच्छा होता जो तुम से मुलाकात ही ना होती,

ना आग लगाता पावस तन में,
ना हिया जलाती चांदनी,
ना ऋतुराज कंटक चुभाता,
ना विरह की गाता रागनी,

जीवन चमन सा महकता, आनन्द की बरसात होती,
कितना अच्छा होता जो तुम से मुलाकात ही ना होती,

संपर्क – गाँव & पोस्ट : कुलोठ खुर्द
तह0 : सूरजगढ़
जिला : झुन्झुनू (राजस्थान)
पिन : 333033

Related post

जिनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की 353वीं शासी निकाय की बैठक

जिनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की 353वीं शासी निकाय की बैठक

 PIB Delhi ———-  अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की 353वीं शासी निकाय की बैठक 10 मार्च से 20…
स्थिरता एक साझा जिम्मेदारी है: श्री  प्रहलाद जोशी

स्थिरता एक साझा जिम्मेदारी है: श्री प्रहलाद जोशी

 पीआईबी ‌(नई दिल्ली)  उपभोक्ता  मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, श्री…
अंतहीन संघर्ष, कोई पहचान नहीं’:  ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र ध्वस्त हो जाएगा

अंतहीन संघर्ष, कोई पहचान नहीं’: ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र ध्वस्त हो जाएगा

श्रीनगर: (कश्मीर टाइम्स)  20 साल की सेवा वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महमूदा कहती हैं, “अगर हम सिर्फ़…

Leave a Reply