• February 15, 2021

तीरंदाजी खेल अकादमी के ट्रायल जुलाई में

तीरंदाजी खेल अकादमी के ट्रायल जुलाई में

जयपुर—- युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि तीरंदाजी के ट्रायल मई-जून में होते है, लेकिन गत वर्ष कोरोना काल की वजह से ट्रायल नहीं हो सके। इस बार जुलाई में ट्रायल लेकर पूर्व की तरह तीरंदाजी का प्रशिक्षण शुरू किया जायेगा।

श्री चांदना ने प्रश्नकाल के दौरान विधायकों द्वारा इस सम्बन्ध में पूद्र गये पूरक प्रश्नों के जवाब मेें बताया कि अभी राज्य में दो जगह तीरंदाजी अकादमी संचालित है। इनमें जयपुर में बालिका और उदयपुर के खेल गांव में बालक अकादमी है। इनमें सालाना 25-25 लाख रुपये व्यय होते है। इन अकादमियों में 15-15 बच्चे रहकर तीरंदाजी का प्रशिक्षण लेेते है। उन्होंने बताया कि सिरोही जिले में खेल सामग्री जल्द उपलब्ध करा दी जाएगी।

इससे पहले विधायक श्री समाराम गरसिया के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री ने बताया तीरंदाजी राज्य संघ दो वर्षों से तीरंदाजी खेल का आयोजन कर रहा है। इनमें, राजस्थान स्टेट सीनियर तीरदांजी प्रतियोगिता-2017 का आयोजन बीकानेर में 29 मार्च 2018 में हुआ।

उन्होंने बताया कि राजस्थान स्टेट सीनियर तीरदांजी प्रतियोगिता-2018 बीकानेर में 24-25 फरवरी 2019 को खेली गई। वहीं, राजस्थान स्टेट जूनियर तीरदांजी प्रतियोगिता 1 फरवरी 2019 कोटपूतली में आयोजित हुई। साथ ही राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद द्वारा जयपुर में जनवरी 2020 को स्टेट गेम्स में तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया है।

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply